Faridabad NCR
डी.ए.वी शताब्दी महाविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग ने किया “वॉइस ऑफ़ डी.ए.वी “न्यूजलेटर के प्रथम संस्करण का विमोचन
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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 13 फरवरी। डी.ए.वी शताब्दी महाविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग ने विश्व रेडियो दिवस के अवसर पर रेडियो पत्रकारिता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुकेश वशिष्ठ (मीडिया कोऑर्डिनेटर -हरियाणा सीएम )एवं मशहूर ऑल इंडिया रेडियो आर. जे शबनम खान मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थी।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ की गई और महाविद्यालय की पत्रिका “वॉइस ऑफ़ डी.ए.वी” के प्रथम संस्करण का विमोचन किया ।इस न्यूजलेटर की मुख्य संपादक रचना कसाना और संपादकीय टीम में कृतिका और राधिका मित्तल शामिल हैं।इस की डिज़ाइनिंग पत्रकारिता की छात्र सुरभि ने की एवं आज का मंच संचालन भी सुरभि ने किया ।
शबनम ने छात्रों को रेडियो के महत्व, समाज में इसकी भूमिका और रेडियो पत्रकारिता से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने एक अच्छे आर. जे बनने के लिए भाषा की पकड़, रेडियो कार्यक्रम बनाने के महत्वपूर्ण तत्वों पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल कराया और उनका मार्गदर्शन किया।
मुख्य अतिथि मुकेश वशिष्ठ ने कहा, “मैं इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आभारी हूँ। रेडियो पत्रकारिता एक महत्वपूर्ण माध्यम है जो समाज में बदलाव लाने में मदद कर सकता है। मैं छात्रों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करता हूँ।”
महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्या डॉ. अर्चना भाटिया ने कहा, “यह एक महत्वपूर्ण मंच है जहाँ हम रेडियो की शक्ति और इसके महत्व को समझ सकते हैं। मैं शबनम जी और मुकेश वशिष्ठ जी को धन्यवाद देती हूँ कि उन्होंने अपना समय और ज्ञान हमारे छात्रों के साथ बांटा। मैं आशा करती हूँ कि हमारे छात्रों ने इस कार्यक्रम से बहुत कुछ सीखा होगा।”
कार्यक्रम के दौरान, बच्चों ने “वॉयस ऑफ डीएवी “चैनल के लिए इंटरव्यू लिया, जो कि प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का एक हिस्सा था। लगभग 40 छात्र इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अन्य विभाग के अध्यापक भी उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. सोनिया नरूला, डॉ. सुमन तनेज़ा, अंकिता मोहिन्दर आदि शामिल थे। इस कार्यक्रम की संयोजक डॉ. रुचि मल्होत्रा (ओवरल कोर्डिनेटर -एसएफ़एस) एवं रचना कसाना रही और ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी की भूमिका में कृतिका और राधिका मित्तल रहीं।