Faridabad NCR
38 वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला आर्ट एंड कल्चरल गैलरी में पत्थरों को अपने हुनर से मूर्ति का रूप दे रहे प्रतिभागी

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 16 फरवरी। 38 वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला की आर्ट एंड कल्चरल गैलरी में युवाओं को मूर्तिकला में निपुण बनाने के उद्देश्य से प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। 21 फरवरी तक आयोजित होने वाली मूर्तिशिल्प प्रतियोगिता में युवा मूर्तिकार पत्थरों को अपने हुनर से मूर्ति का रूप देने के लिए कार्य कर रहे हैं। इस स्पर्धा में 20 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।
कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग हरियाणा के महानिदेशक के.एम. पांडूरंग के मार्गदर्शन तथा अतिरिक्त निदेशक विवेक कालिया के निर्देशन में मूर्ति शिल्पकला प्रतियोगिता का आयोजन कर युवा मूर्तिकारों की प्रतिभा को और अधिक निखारने का कार्य किया जा रहा है। विभाग के कला अधिकारी (मूर्तिकला) ह्रदय कौशल ने जानकारी देते हुए बताया कि मूर्तिकार युवाओं को सूरजकुंड शिल्प मेला अंतरराष्ट्रीय स्तर का मंच प्रदान कर रहा है। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों के साथ-साथ मेले का भ्रमण करने आए पर्यटक भी काफी रुचि लेकर मूर्ति बनाने की कला को सीख रहे हैं। उन्होंने बताया कि 24 कैरेट तांबा में हरियाणा की धरती पर उकेरी जा रही मूर्तियां साबित कर रही हैं कि कला ही कल्याण की जननी है। इन मूर्तियों को बनाने में कलाकार गेरू, गोंद, सरसों का तेल व तांबे का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सूरजकुंड की धरा पर बनाई जा रहीं यह मूर्तियां लंबे समय तक चमकेंगी। इन मूर्तिकारों के हुनर को देखने के लिए काफी संख्या में दर्शक आ रहे हैं।