Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : जापानी कंपनी एनएमटी की सीईओ एमी सूचियासन ने बृहस्पतिवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का दौरा किया और अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने ब्यूटी मेडिकल के क्षेत्र में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने की पेशकश की। उन्होंने विश्वविद्यालय के मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग के साथ मिलकर ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने और जॉइंट सर्टिफिकेशन की इच्छा जतायी। शिक्षा शास्त्र के अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर ऋषिपाल की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग की संयुक्त निदेशक शिखा गुप्ता ने प्रशिक्षण से संबंधित विभिन्न आयामों पर चर्चा की। शिखा गुप्ता ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के पास प्रशिक्षकों का बड़ा समूह है। ब्यूटी और वेलनेस के क्षेत्र में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा कई कोर्स चलाए जा रहे हैं। ऐसे में यदि भविष्य में जापानी कंपनी के साथ समझौता सिरे चढ़ता है तो इससे कई तरह के रास्ते खुलेंगे। एनएमटी की सीईओ एमी सूचियासन ने कहा कि ब्यूटी मेडिकल का क्षेत्र दुनिया में तेज़ी से बढ़ रहा है। यदि इस क्षेत्र में प्रशिक्षण का कार्यक्रम होगा तो युवाओं को रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय भारत का एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है हम इसलिए मिलकर काम करने के इच्छुक हैं। शिक्षा शास्त्र के अधिष्ठाता प्रोफेसर ऋषि पाल ने कहा कि यदि जापानी कंपनी के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम से भारत के युवाओं को लाभ होगा तो निश्चित तौर पर हम इस दिशा में आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि भारत के पास व्यापक युवा ऊर्जा है। डीन प्रोफ़ेसर ऊषा बत्रा ने भी जापानी कंपनी की सीईओ के साथ विभिन्न आयामों पर चर्चा की। इस बैठक में मासायूमे के एमडी जयकांत सिंह और असिस्टेंट डिप्टी डायरेक्टर विनोद सिंह परिहार विशेष रूप से उपस्थित थे और उन्होंने भी रोजगार की दृष्टि से जापानी कंपनी के साथ तालमेल की संभावनाओं पर चर्चा की। उपकुलसचिव चंचल भारद्वाज इस बैठक में विशेष रूप से उपस्थित रहीं और उन्होंने रोज़गार को बढ़ावा देने की दिशा में कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग के क्वालिटी हैड सचिन अग्रवाल ने अपने विभाग की गतिविधियों के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत की। डिप्टी डायरेक्टर अमीष अमेय ने विश्वविद्यालय की रिपोर्ट जापानी मेहमान के सामने रखी। इस अवसर पर सहायक उप निदेशक विनोद भारद्वाज भी उपस्थित रहे।