Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : राजस्थानी समाज फरीदाबाद द्वारा भूदत्त कॉलोनी, बल्लभगढ़ में होली महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में समाज के सभी वर्गों के लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी राजस्थानी वेशभूषा में सजकर इस उत्सव को और भी भव्य बना दिया। पारंपरिक राजस्थानी गीतों पर नृत्य, संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने पूरे वातावरण को उल्लासमय बना दिया, जिससे होली का रंग और भी गहरा हो गया।
राजस्थानी संस्कृति को सहेजने का प्रयास
मारवाड़ी युवा मंच फरीदाबाद के अध्यक्ष विमल खंडेलवाल ने कहा कि राजस्थानी परंपरा और संस्कृति को जीवित रखने के लिए हर वर्ष इस प्रकार के आयोजनों को किया जाता है। उन्होंने बताया कि आने वाली पीढ़ियों तक इस परंपरा को पहुँचाने के लिए समाज लगातार प्रयासरत है। “हमारा उद्देश्य केवल उत्सव मनाना नहीं, बल्कि अपनी जड़ों को आने वाली पीढ़ी तक पहुँचाना है, ताकि वे भी अपनी संस्कृति से जुड़े रहें।”
संस्कृति संरक्षण में ऐसे आयोजन अहम: मधुसूदन मटोलिया
खाण्डल विप्र समाज के पूर्व अध्यक्ष मधुसूदन मटोलिया ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम समाज की पहचान को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा, “हमारी संस्कृति को जीवंत रखने के लिए ऐसे कार्यक्रमों की निरंतरता आवश्यक है। समाज की एकता और परंपराओं को बनाए रखने के लिए यह आयोजन बहुत महत्वपूर्ण है।”
45 वर्षों से जारी परंपरा: विमल सूरजगढ़िया
मित्र मंडल के अध्यक्ष विमल सूरजगढ़िया ने बताया कि पिछले 45 वर्षों से यह परंपरा समाज में जीवित है। उन्होंने कहा, “हमारी जिम्मेदारी केवल इस परंपरा को निभाने की नहीं, बल्कि इसे भविष्य की पीढ़ियों को सौंपने की भी है। हम अपने बच्चों को इन आयोजनों के माध्यम से अपनी जड़ों से जोड़ रहे हैं।”
अतिथियों का हुआ भव्य स्वागत
मारवाड़ी युवा मंच बल्लभगढ़ के अध्यक्ष रवि भाटी और उनकी टीम ने कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का पारंपरिक रूप से दुपट्टा एवं माल्यार्पण से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि “समाज के सभी लोग इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग करते हैं, और यही हमारी एकता का प्रमाण है।”
कार्यक्रम के सफल आयोजन में योगदान देने वाले प्रमुख सदस्य
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में समाज के अनेक गणमान्य सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इनमें प्रमुख रूप से संतलाल भाटी, योगेश तिवारी, सत्य प्रकाश शर्मा, अनुज शर्मा, अमित शर्मा, विशेष केजरीवाल, मुकेश शर्मा, अमित बंसल, आर्यन भाटी, राजीव शर्मा, जयदीप चौधरी, मीना चौधरी, लीलावती, भावना भाटी, अशोक तोषनीवाल, सुबोध व्यास, कैलाश जोशी, सागर जोशी, भारत जोशी, पवन जोशी, महेश खंडेलवाल, लोकेश वर्मा, राजकुमार भाटी, धनवीर राठौर, सौरभ राठौर, तरुण शर्मा, रवि शर्मा सहित समाज के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने एकजुट होकर इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया और इसे यादगार बनाया।
समाज के लिए प्रेरणादायक आयोजन
इस आयोजन ने राजस्थानी समाज की एकता और सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने का कार्य किया। समाज के वरिष्ठ नागरिकों से लेकर युवा पीढ़ी तक सभी ने सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। भविष्य में भी ऐसे आयोजन होते रहेंगे, जिससे समाज की परंपराओं को संरक्षित और संवर्धित किया जा सके।
“यह आयोजन केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति का उत्सव है, जिसे हमें आने वाले वर्षों तक जीवंत बनाए रखना है।”