Faridabad NCR
डायबिटीज मरीजों में बढ़ रहा फैटी लिवर का खतरा, समय पर नियंत्रण जरूरी : डॉ. सोनी

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 18 अप्रैल। विश्व लिवर डे के उपलक्ष्य में ग्रेटर फरीदाबाद, सेक्टर 86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के चेयरमैन डॉ. रामचंद्र सोनी ने लिवर से जुड़ी बीमारियों को लेकर गंभीर आंकड़े प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि डायबिटीज के 57 प्रतिशत मरीजों में फैटी लिवर की समस्या देखने को मिल रही है। अगर इन मरीजों की डायबिटीज समय पर नियंत्रित नहीं की जाती है तो इनमें से करीब 26 प्रतिशत मरीजों का लिवर स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो सकता है।
डॉ. सोनी ने कहा कि देश में हर साल करीब 2.59 लाख लोगों की मौत लिवर से जुड़ी बीमारियों के कारण होती है, जो देश में होने वाली कुल मौतों का 2.95 प्रतिशत है। डायबिटीज इस स्थिति को और भी गंभीर बना रही है। उन्होंने बताया कि देश के कुल डायबिटिक मरीजों में से 57 प्रतिशत में फैटी लिवर की समस्या देखने को मिल रही है। यह स्थिति आगे चलकर लिवर फाइब्रोसिस में बदल सकती है, जो लिवर का परमानेंट डैमेज कर देता है। ऐसी स्थिति में लिवर ट्रांसप्लांट ही अंतिम विकल्प रह जाता है।
उन्होंने बताया कि फैटी लिवर से पीड़ित 40 से 50 प्रतिशत महिलाओं में पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) की समस्या भी पाई गई है, जिससे उनकी प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ता है।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. सोनी ने लिवर की सेहत बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने शराब, धूम्रपान और अत्यधिक चिकनाई युक्त भोजन से परहेज करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जागरूकता और समय पर इलाज से लिवर से जुड़ी गंभीर बीमारियों से बचाव संभव है।