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Faridabad NCR

फरीदाबाद के एसएसबी हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में 16 वर्षीय अंतरराष्ट्रीय मरीज की दुर्लभ हृदय वाल्व सर्जरी सफलतापूर्वक की गई

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 21 अप्रैल। फरीदाबाद स्थित एसएसबी हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ने एक 16 वर्षीय इराकी किशोरी की जटिल और दुर्लभ हृदय वाल्व सर्जरी कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह युवती बाइकस्पिड एऑर्टिक वाल्व, गंभीर एऑर्टिक स्टेनोसिस और मध्यम एऑर्टिक रिगर्जिटेशन से पीड़ित थी। मरीज की एऑर्टिक एन्युलस मात्र 16 मिमी थी, जो अत्यंत संकरी मानी जाती है और इस कारण से सामान्य वाल्व प्रत्यारोपण संभव नहीं था।

छोटी एन्युलस के कारण मरीज को इराक और भारत के कई अस्पतालों ने सर्जरी के लिए अस्वीकार कर दिया था। यहां तक कि सबसे छोटा यांत्रिक वाल्व (17 मिमी) भी प्रत्यारोपित नहीं किया जा सकता था, और यदि किया जाता, तो भविष्य में उसके शरीर के विकास के साथ एक और सर्जरी की आवश्यकता पड़ती।

ऐसे में जब मरीज एसएसबी हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल पहुंची, तो वरिष्ठ हृदय शल्य चिकित्सक डॉ. सुदीप सिंह सिद्धू और उनकी टीम ने एक अत्याधुनिक तकनीक – यांग रूट एनलार्जमेंट तकनीक का उपयोग करने का निर्णय लिया। यह तकनीक अमेरिका में विकसित की गई थी और इसका उद्देश्य संकरे एऑर्टिक रूट को इस प्रकार बड़ा करना होता है कि उसमें बड़ा वाल्व प्रत्यारोपित किया जा सके।

इस तकनीक का उपयोग कर मरीज के हृदय में 23 मिमी का यांत्रिक वाल्व सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया गया, जो उसके शरीर की वर्तमान लंबाई और भविष्य में होने वाले विकास के लिए उपयुक्त है। यह माना जा रहा है कि यह उत्तरी भारत में यांग तकनीक का उपयोग कर किया गया पहला सफल ऑपरेशन है, विशेषकर इतनी कम उम्र की अंतरराष्ट्रीय मरीज पर।

ऑपरेशन के बाद मरीज की रिकवरी पूरी तरह से सामान्य रही और उसे छठे पोस्ट ऑपरेटिव दिन अस्पताल से स्वस्थ अवस्था में छुट्टी दे दी गई। यह सफलता न केवल एसएसबी अस्पताल बल्कि पूरे भारतीय चिकित्सा क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है।

डॉ. एस.एस. बंसल, अस्पताल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ने डॉ. सुदीप सिंह सिद्धू और उनकी टीम को इस अत्यंत जटिल और जीवनरक्षक सर्जरी को सफलतापूर्वक करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह बच्ची उम्मीद लेकर भारत आई थी और हमारी टीम ने उसे एक स्वस्थ भविष्य देने में सफलता पाई। यह हमारे अस्पताल के समर्पण और उच्च स्तरीय विशेषज्ञता का प्रमाण है।”

एसएसबी हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल की यह उपलब्धि इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जटिल हृदय रोग उपचार के केंद्र के रूप में स्थापित करती है, और भारत को वैश्विक चिकित्सा मानचित्र पर गौरवान्वित करती है।

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