Chandigarh
पहले ही महंगी बिजली दरों ने उपभोक्ताओं की कमर तोड़ रखी है : दीपेन्द्र हुड्डा

Chandigarh Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 23 जून। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने बिजली की बढ़ी हुई दरों को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि पहले ही महंगी बिजली दरों ने उपभोक्ताओं की कमर तोड़ रखी है, ऐसे में बिजली के दामों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी समझ से परे है। उन्होंने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने पिछले 11 वर्षों में जब बिजली का कोई नया प्लांट लगाया नहीं तो बिजली की दरें क्यों बढ़ा रही है? उन्होंने कहा कि कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में 4 थर्मल पॉवर प्लांट और एक परमाणु संयंत्र लगवाकर पावर सरप्लस राज्य बनाया फिर भी कभी बिजली के दाम नहीं बढ़ाये, उल्टे किसानों के लिये बिजली के रेट कम किये। किसानों के 1600 करोड़ के बिजली के बिल माफ किए और उनके कार्यकाल में पूरे देश में सबसे सस्ती बिजली हरियाणा में मिलती थी।
उन्होंने कहा कि अचानक बिजली दरें बढ़ने से लोगों के घर पर चार से पाँच गुना बढ़े हुए बिल पहुँचने लगे हैं। सरकार ने बिजली के रेट बढ़ाकर और फिक्स चार्ज में भी 75 रुपए प्रति किलो वाट की वृद्धि करके बिजली बिल को चार से पाँच गुना तक बढ़ा दिया। विभिन्न कैटेगरी के लिए बनाए गए स्लैब में भी चुपचाप बदलाव कर दिया गया। हरियाणा में बिजली के रेट बढ़ने से करीब 81 लाख उपभोक्ता सीधे तौर पर प्रभावित हो रहे हैं। लोगों के घरों का पूरा बजट बिगड़ गया है।
सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में 4 थर्मल पॉवर प्लांट और एक परमाणु बिजली संयंत्र लगाकर न केवल प्रदेश की बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाई बल्कि निजी कंपनियों के साथ सस्ती दरों पर दीर्घकालीन समझौता कर हरियाणा को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने का प्रबंध किया। उन्होंने बताया कांग्रेस सरकार ने खेदड़ हिसार में राजीव गांधी थर्मल पॉवर – 1200 मेगावाट, झज्जर स्थित इंदिरा गांधी सुपर थर्मल पावर -1500 मेगावाट, झज्जर स्थित महात्मां गांधी सुपर थर्मल पावर -1320 मेगावाट, दीनबंधु छोटूराम थर्मल पावर यमुनानगर -600 मेगावाट, पानीपत थर्मल पावर स्टेज 6 – 250 मेगावाट के बिजली कारखाने लगवाये। इसके अलावा भारत अमेरिका समझौते के तहत 2800 मेगावाट बिजली पैदा करने वाला देश का पहला परमाणु पावर प्लांट फतेहाबाद के गांव गोरखपुर में मंजूर कराकर काम शुरु कराया। जबकि बीजेपी ने अपने 11 साल के कार्यकाल में एक भी नया बिजली प्लांट नहीं बनवाया।