Faridabad NCR
यमुना को प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में प्रशासन सक्रिय : डीसी विक्रम सिंह

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 3 जुलाई। हरियाणा सरकार द्वारा यमुना नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में राज्य के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने आज यमुना नदी में प्रदूषण की स्थिति की समीक्षा हेतु सभी संबंधित विभागों और हितधारकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की।
मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिए कि यमुना में गिरने वाले सभी नालों की सूची तैयार की जाए तथा उन पर प्राथमिकता के आधार पर प्रभावी उपचारात्मक कार्य किए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (STPs) की क्षमता और संचालन की नियमित समीक्षा की जाए ताकि नदी में अनुपचारित जल के प्रवाह को रोका जा सके।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग के राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन का महानिदेशक राजीव कुमार मित्तल द्वारा पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से यमुना में गिरने वाले गंदे पानी के स्रोतों, संबंधित ड्रेनों व नालों की स्थिति, तथा उपचार की आवश्यकता पर विस्तार से जानकारी साझा की गयी।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के उपरान्त उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने अधिकारियों की निर्देश दिए कि यमुना नदी में सीवरेज व औद्योगिक अपशिष्ट के अवैध डिस्चार्ज पर सख्ती से रोक लगाई जाए। उन्होंने शहरी स्थानीय निकाय विभाग, सिंचाई विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जल एवं स्वच्छता विभाग, और औद्योगिक क्षेत्रों के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सभी नगर निकाय यह सुनिश्चित करें कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) सुचारू रूप से कार्य करें और किसी भी प्रकार का गंदा पानी बिना शोधन के नदी में न जाए और इसकी नियमित मॉनिटरिंग की जाए। साथ ही उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्थानीय स्तर पर निरीक्षण अभियान चलाकर यमुना में गंदगी फैलाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें।
बैठक में एसडीएम त्रिलोक चंद सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।