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अनुराग्यम ने 6 वीं अंतर्राष्ट्रीय कला प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी 2025 में 162 कलाकारों को किया सम्मानित

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New Delhi Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : लिट्रो फैशनेट फाउंडेशन की पहल अनुराग्यम ने 6वीं अंतर्राष्ट्रीय कला प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी 2025 के परिणामों की घोषणा गर्वपूर्वक की। यह कार्यक्रम पूर्णतः ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किया गया, जिसमें दुनिया भर से 350 से अधिक कलाकारों ने भाग लिया।

यह प्रतिष्ठित ऑनलाइन आयोजन बाल कलाकारों एवं वरिष्ठ कलाकारों के लिए एक अनूठा मंच बनकर उभरा, जिसमें विभिन्न एनजीओ, विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं संस्थाओं से कलाकारों ने अपनी रचनात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। भौतिक उपस्थिति की अनिवार्यता न होने के कारण यह प्रतियोगिता हर कोने से प्रतिभाओं के लिए सुलभ रही और सभी को कला के माध्यम से जुड़ने का समान अवसर मिला।

प्रतियोगिता में सभी आयु वर्गों के लिए स्वतंत्र विषय रखा गया था और प्रतिभागियों की कलाकृतियों का मूल्यांकन मौलिकता, रचनात्मकता एवं विषयानुकूलता के आधार पर किया गया। एक प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल ने गहन निरीक्षण के बाद विजेताओं का चयन किया।

निर्णायक मंडल में कला और शिक्षा जगत के अनुभवी विशेषज्ञ सम्मिलित थे। ग्रुप A का मूल्यांकन श्री राम अग्रवाल और डॉ. देबदत्त गोम्स द्वारा किया गया। ग्रुप B के निर्णायक थे श्री राम अवस्थी और डॉ. जुनी मेनन। ग्रुप C में निर्णायक थे डॉ. छाया कुमारी और सुश्री मनीन्द्रा गांगुली। ग्रुप D की कलाकृतियों का मूल्यांकन सुश्री अनु सक्सेना और डॉ. तरुणा माथुर द्वारा किया गया। सभी निर्णायकों की विशेषज्ञता एवं निष्पक्ष दृष्टिकोण ने प्रतियोगिता को उच्च गुणवत्ता का अनुभव प्रदान किया।

अनुराग्यम के आधिकारिक यूट्यूब चैनल (www.youtube.com/@Anuragyam) के माध्यम से परिणामों की घोषणा की गई। कुल 162 प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया, जिनमें से 42 कलाकारों को स्मृति चिन्ह एवं 120 प्रतिभागियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। सभी प्रतिभागियों को उनकी मेहनत और समर्पण के प्रतीकस्वरूप ई-सर्टिफिकेट्स ईमेल द्वारा भेजे गए।

अनुराग्यम की ओर से एक प्रवक्ता ने कहा, “यह केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि रचनात्मकता, अभिव्यक्ति और सांस्कृतिक संवाद का उत्सव है। युवा और वरिष्ठ कलाकारों की विविध प्रतिभा एवं उत्साह ने हमें अत्यधिक प्रेरित किया।”

यह आयोजन अत्यंत सफल रहा और इसने यह सिद्ध किया कि कला व्यक्तिगत विकास, भावनात्मक अभिव्यक्ति और सांस्कृतिक समृद्धि में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अनुराग्यम का उद्देश्य उभरती प्रतिभाओं को पोषित करना है, और यह मंच उसी दिशा में एक मजबूत कदम है, जो सीमाओं और पीढ़ियों के बीच की दूरी को पाटता है।

अनुराग्यम सभी प्रतिभागियों को उनकी रचनात्मकता एवं समर्पण के लिए हार्दिक बधाई देता है और इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी मार्गदर्शकों, निर्णायकों एवं सहयोगियों के प्रति आभार प्रकट करता है। आगामी संस्करणों की तैयारी जारी है और अनुराग्यम अपनी कलात्मक विरासत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित करने हेतु प्रतिबद्ध है।

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