Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : राजस्थान की परंपराओं, पारिवारिक मूल्यों और सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत रखने हेतु राजस्थान एसोसिएशन (रजि.), फरीदाबाद द्वारा “रिश्तों का उत्सव” शीर्षक से भव्य तीज महोत्सव का आयोजन महावीर ऑडिटोरियम, मॉडर्न स्कूल, सेक्टर-17 में किया गया। यह उत्सव पारिवारिक एकता, नारी सशक्तिकरण और सांस्कृतिक संरक्षण का जीवंत उदाहरण बना।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने अपने उद्बोधन में तीज जैसे पारंपरिक आयोजनों को सामाजिक बंधन और सांस्कृतिक चेतना का माध्यम बताया। उन्होंने आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास समाज को एक सूत्र में बांधते हैं। महापौर प्रवीण जोशी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता टी.एम ललानी के द्वारा की गई
इस आयोजन को सफल बनाने में महिला इकाई की अध्यक्षा शशि कांकाणी एवं सचिव उर्मिला खंडेलवाल की प्रेरणादायक नेतृत्व भूमिका रही। उन्होंने बताया कि “तीज के अवसर पर हमारे ही परिवार की महिलाओं एवं बच्चियों ने अलग-अलग शानदार प्रस्तुतियाँ दीं, जिनमें नाटक मंचन के माध्यम से समाज को यह संदेश दिया गया कि यदि परिवार संगठित रहेगा तो मजबूत रहेगा। छोटी-छोटी बातों पर परिवार से अलग होने में केवल नुकसान ही होता है। हम सभी को मिलकर अपनी संस्कृति और परंपराओं को बचाए रखना चाहिए — यही हमारा दायित्व है। इसी भावना के साथ हम कई वर्षों से तीज महोत्सव को उत्साहपूर्वक मना रहे हैं।”
राजस्थान एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने कहा: “तीज जैसे पारंपरिक पर्व सामाजिक जीवन में नई ऊर्जा भरते हैं। राजस्थान एसोसिएशन सदैव प्रयासरत रहा है कि हम समाज में ऐसे आयोजनों द्वारा हमारी सांस्कृतिक जड़ों को मज़बूती दें। ‘रिश्तों का उत्सव’ वास्तव में उन भावनाओं का उत्सव है जो समाज और परिवार को जोड़कर रखती हैं।”
महासचिव श्याम कांकाणी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा: “तीज केवल एक पर्व नहीं, एक सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश है — जिसमें नारी सम्मान, पारिवारिक संगठन और सांस्कृतिक चेतना का मेल है। हमारा प्रयास है कि हर वर्ष इसे और भव्य रूप में मनाकर युवा पीढ़ी को अपनी परंपरा से जोड़ें।”
इस आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने वालों में सतीश गुप्ता (कोषाध्यक्ष), कैलाश शर्मा (उपाध्यक्ष), मधुसूदन मटोलिया (प्रोजेक्ट चेयरमैन), सुनीता झंवर (उपाध्यक्ष), सुरभि केडिया (कार्यक्रम संयोजक) और नीलिमा लड्डा (प्रोजेक्ट चेयरपर्सन, महिला इकाई) प्रमुख रूप से सम्मिलित रहीं।
साथ ही, विमल खंडेलवाल, अरुण बजाज, राजकुमार अग्रवाल, एम.पी. रुंगटा, आर.सी. खंडेलवाल, उमेश झंवर, गौतम चौधरी, अरुण सराफ, सुनीता अग्रवाल, ऋषि अग्रवाल, के.पी. सिंह एवं मधुसूदन लड्डा जैसे वरिष्ठ एवं सक्रिय सदस्यों ने भी आयोजन की सफलता में विशेष सहयोग प्रदान कर आयोजन को सशक्त समर्थन दिया।