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Faridabad NCR

एकीकृत एमआईएस पोर्टल के शुभारंभ हेतु क्षेत्रीय मास्टर ट्रेनर कार्यशाला का आयोजन

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 8 अगस्त। हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एचएसआरएलएम) द्वारा ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आज सेक्टर-12 स्थित एचएसवीपी कन्वेंशन हॉल में एकीकृत एमआईएस पोर्टल के सफल क्रियान्वयन हेतु क्षेत्रीय मास्टर ट्रेनर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिला परिषद सीईओ एवं उप मिशन निदेशक शिखा अंतिल के सानिध्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस कार्यशाला का उद्देश्य आरसेटीआई (RSETI) योजना के अंतर्गत मास्टर ट्रेनर्स को तकनीकी रूप से दक्ष बनाना तथा उन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म के प्रभावी उपयोग हेतु तैयार करना था, ताकि वे अपने-अपने राज्यों एवं कार्यक्षेत्रों में पोर्टल का सुचारू रूप से संचालन कर सकें और अंतिम छोर तक लाभ पहुंचा सकें। कार्यशाला में 7 राज्यों के एसआरएलएम अधिकारी, स्टेट कंट्रोलर, स्टेट डायरेक्टर एवं आरसेटीआई के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ एचएसआरएलएम के सीईओ श्री सुरज भान, आईएफएस (सेवानिवृत्त) द्वारा स्वागत भाषण से हुआ। इसके पश्चात निदेशक, ग्रामीण कौशल, ग्रामीण विकास मंत्रालय श्री संतोष तिवारी ने दीप प्रज्वलन कर कार्यशाला का औपचारिक उद्घाटन किया।

उन्होंने कहा, एकीकृत एमआईएस पोर्टल केवल एक तकनीकी नवाचार नहीं, बल्कि एक दूरगामी सुधारात्मक पहल है। यह पारदर्शिता, जवाबदेही और वास्तविक समय की निगरानी को सुनिश्चित करेगा। हमारा उद्देश्य केवल इसे लागू करना नहीं, बल्कि इसे जमीनी स्तर पर सफल बनाना है, ताकि इसका प्रत्यक्ष लाभ देश के ग्रामीण युवाओं को मिल सके।

श्री संतोष तिवारी ने अपने संबोधन में कहा, यह पोर्टल न केवल डेटा एकत्रण और विश्लेषण को सरल बनाएगा, बल्कि योजनाओं की समयबद्ध समीक्षा और सुधार में भी सहायक सिद्ध होगा। इससे कार्यों में दक्षता आएगी और नागरिकों को योजनाओं का अधिकतम लाभ मिल सकेगा।

कार्यशाला में प्रतिभागियों को पोर्टल की विभिन्न विशेषताओं जैसे डेटा प्रबंधन, प्रशिक्षण पंजीकरण, वैच निर्माण, उपस्थिति दर्ज करना, मूल्यांकन, प्रमाणन और प्रशिक्षण के उपरांत फॉलो-अप प्रक्रियाओं की व्यापक जानकारी दी गई। साथ ही, उन्हें इन प्रक्रियाओं के माध्यम से योजनाओं के लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से प्राप्त करने के उपाय भी सिखाए गए।

यह प्रशिक्षण न केवल मास्टर ट्रेनर्स की तकनीकी क्षमता को सुदृढ़ करेगा, बल्कि उन्हें अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में ग्रामीण युवाओं के लिए कौशल विकास एवं स्वरोजगार के अवसरों को और अधिक सुलभ एवं प्रभावी रूप से पहुंचाने में सक्षम बनाएगा। इसके माध्यम से देश के नागरिकों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत कदम सिद्ध होगा।

इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्रालय के उप महानिदेशक श्री संजय पांडे, निदेशक श्री संतोष तिवारी, वरिष्ठ निदेशक (आईटी) श्री जी.वी.एस.एन. मूर्ति, अवर सचिव सुश्री मैरी थॉमस, एनएमएम अबु ओसामा सैफी, एचएसआरएलएम की ओर से  तथा अन्य गणमान्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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