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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 22 अगस्त। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों को हो रही परेशानियों को लेकर ईएसआईसी समिति के सदस्य एवं एटक के प्रदेश चेयरमैन बेचू गिरी ने बीके स्थित कार्यालय पर बैठक की। बैठक में अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने और मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के उद्देश्य से कई गंभीर मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इनमें सबसे प्रमुख मुद्दा सुपरस्पेश्लिटी अस्पताल में दवाइयों की भारी कमी।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में दवाइयों का काफी अभाव है। मरीज जब विशेषज्ञ डॉक्टरों से इलाज करवाकर फार्मेसी की खिड़की पर पहुंचते हैं तो उन्हें उनकी लिखी हुई दवाइयां उपलब्ध नहीं कराई जातीं। मजबूरीवश मरीजों को बाहर की मेडिकल दुकानों से महंगी कीमत पर दवाइयां खरीदनी पड़ती हैं। इससे न केवल आर्थिक बोझ बढ़ता है, बल्कि गरीब और जरूरतमंद मरीजों के इलाज पर भी असर पड़ता है। कई बार तो मरीज दवा न मिलने की वजह से खाली हाथ मायूस होकर लौट जाते हैं।
उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन अपनी मन मर्जी चलता है, जिस अधिकारी को जो मन आता है फरमान जारी कर देता है, जिससे अस्पताल से डॉक्टर नौकरी छोड़ कर जा रहे है। हाल ही में न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट और आईसीयू के डॉक्टर अस्पताल छोड़ कर चले गए। नेफ्रोलॉजी में कोई विशेषज्ञ नहीं होने से डायलिसिस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें मेडिसिन विभाग के डॉक्टर देख रहे है, कुछ डॉक्टरों का यहां से दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया है। उनके स्थान पर कोई नए डॉक्टर अब तक आए नहीं है। जब की एक सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ छात्रों की पढ़ाई के लिए वरिष्ठ फैकल्टी का होना बेहद जरूरी होता है। इनके न होने से जहां मरीजों को बिना इलाज के वापिस लौटना पड़ रहा हैं। कैंसर, न्यूरो ओर हृदय रोगियों को इलाज के लिए धक्के खाने पद रहे हैं। वहीं छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
विशेषज्ञ डॉक्टरों के अभाव में पीजी कर रहे छात्र मरीज का उपचार
एटक के प्रदेश चेयरमैन बेचू गिरी ने कहा कि इमरजेंसी से लेकर वार्ड ओर आईसीयू तक सभी जगह छात्रों के सहारे मरीज का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो वह दिन दूर नहीं जब फरीदाबाद ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भी दिल्ली के वसई धारापुर जैसा हाल हो जाएगा, हालात ओर बत्तर हो जाएंगे।