Faridabad NCR
जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के मीडिया विभाग द्वारा आयोजित पांच दिवसीय ‘सत्रारंभ-2025’ हुआ संपन्न

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 12 सितंबर। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलगुरु प्रो. राजीव कुमार ने आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को प्रभावी रूप से लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क (एनसीआरएफ) के तहत शैक्षणिक और व्यावसायिक शिक्षा के एकीकरण पर जोर दिया, ताकि छात्र शैक्षणिक और व्यावसायिक दोनों तरह की शिक्षा के लिए क्रेडिट अर्जित कर सकें।
प्रो. राजीव कुमार ने यह टिप्पणी संचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा नए विद्यार्थियों के लिए आयोजित पांच दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम ‘सत्रारंभ-2025: नई शुरुआत, अनंत संभावनाएं’ के समापन समारोह को संबोधित करते हुए की। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री के ओएसडी डॉ. राज नेहरू मुख्य अतिथि के रूप में और डीडी न्यूज के संपादक एवं प्रसिद्ध टीवी पत्रकार श्री अशोक श्रीवास्तव मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। विभागाध्यक्ष प्रो. पवन सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में डीन प्रो. अनुराधा शर्मा भी मौजूद थीं।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ. राज नेहरू ने मीडिया के छात्रों से अपने करियर में सफलता के लिए भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। उन्होंने निरंतर प्रयास और तेजी से बदलती प्रौद्योगिकी के साथ कदम मिलाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे केवल डिग्री हासिल करने के लिए नहीं, बल्कि देश का भविष्य संवारने के लिए शिक्षा प्राप्त करें।
कुलगुरु प्रो. राजीव कुमार ने शिक्षा में क्रांति लाने के लिए कौशल विकास को शिक्षा के साथ जोड़ने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय न केवल एनईपी 2020 के प्रावधानों को प्रभावी ढंग से लागू करने की दिशा में काम करेगा, बल्कि इस दिशा में पूरे प्रदेश का नेतृत्व भी करेगा। उन्होंने मीडिया शिक्षा को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया, ताकि छात्र करियर पथ के लिए तैयार हो सकें।
डीडी न्यूज के वरिष्ठ पत्रकार श्री अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि केवल किताबें पढ़कर कोई पत्रकार नहीं बनता। पत्रकारिता एक कौशल है, जिसे निरंतर सीखने, अभ्यास और समर्पण के माध्यम से निखारा जाता है। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे हमेशा नया सीखने और बदलते समय के साथ खुद को ढालने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में अवसरों की कमी नहीं है, लेकिन सफलता केवल वही पाते हैं जो सत्य और नैतिकता के मार्ग पर चलते हैं।
विभागाध्यक्ष प्रो. पवन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि पत्रकारिता केवल ग्लैमर और चकाचौंध का क्षेत्र नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा पेशा है जो कठिन संघर्ष, साहस और सत्य के प्रति निष्ठा की मांग करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जो लोग पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों—सत्य, निष्पक्षता और नैतिकता—पर अडिग रहते हैं, वही श्रेष्ठ पत्रकार बनते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे इस क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले इसके दायित्वों को समझें और हमेशा सच्चाई के रास्ते पर चलें।
कार्यक्रम का समापन सहायक प्रोफेसर डॉ. राहुल आर्य द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, और डॉ. के.एम. ताबिश ने कार्यक्रम का संचालन किया।