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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 27 सितंबर। ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर 86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल में विश्व रेबीज दिवस जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें अस्पताल के सर्जरी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. प्रबल राय ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि रेबीज एक गंभीर जानलेवा बीमारी है, जो मुख्यतः पागल कुत्ते, बिल्ली, बंदर या अन्य संक्रमित जानवर के काटने से फैलती है। यदि समय पर उपचार न लिया जाए तो यह रोग जानलेवा साबित हो सकता है। रेबीज के लक्षणों में बुखार, बेचैनी, सिरदर्द, गले में खराश, पानी का डर (हाइड्रोफोबिया) और मांसपेशियों में ऐंठन प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी जानवर के काटने या नोचने के तुरंत बाद सबसे पहले घाव को 15 मिनट तक बहते पानी और साबुन से अच्छी तरह धोना चाहिए। इसके बाद नजदीकी अस्पताल पहुंचकर डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
उन्होंने बताया कि रेबीज का टीकाकरण चार से पांच डोज में किया जाता है, जो निर्धारित समय पर लगवाना बेहद जरूरी है। टीका शुरू करने में देरी करने या बीच में बंद कर देने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
डॉ. प्रबल राय ने लोगों से अपील की कि किसी भी जानवर के काटने को हल्के में न लें। यह सिर्फ कुत्ते के काटने से ही नहीं बल्कि बिल्ली, बंदर या अन्य जंगली जानवरों के काटने से भी फैल सकता है। इसलिए जागरूक होकर समय पर इलाज कराए।