Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : सेक्टर-12 स्थित श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी के मंच पर रविवार रात रामायण के महत्वपूर्ण प्रसंगों का जीवंत मंचन किया गया। दर्शकों ने राम-भरत मिलन, चित्रकूट की कथा, पंचवटी में स्वरूपनखा की नाक काटने और रावण द्वारा सीता हरण जैसे भावनात्मक और रोचक दृश्यों को बड़े मनोयोग से देखा। मंचन के दौरान तालियों की गड़गड़ाहट और दर्शकों की उत्सुकता ने माहौल को भक्तिमय बना दिया।
कथा की शुरुआत राम-भरत मिलन और चित्रकूट प्रसंग से हुई, जहां भाईचारे, त्याग और धर्मपालन का जीवंत चित्रण प्रस्तुत किया गया। भरत की भूमिका निभा रहे यशराज चांदना और राम बने कुणाल चावला ने अपने अभिनय से दर्शकों की आंखें नम कर दीं। शत्रुघ्न का किरदार प्रणव अरोड़ा ने निभाया जबकि सीता के रूप में योगंधा वशिष्ट ने अपनी सहजता और भावनात्मक अभिव्यक्ति से सबका मन मोह लिया।
पंचवटी में स्वरूपनखा प्रसंग ने रामलीला को और रोचक बना दिया। स्वरूपनखा का किरदार आसावरी वशिष्ट ने दमदार अभिनय से साकार किया। इसके बाद खर (सारांश कांटा) और दूषण (दिलीप कुमार वर्मा) के युद्ध दृश्य ने दर्शकों को रोमांचित किया। मारीच बने दीपक मदान का अभिनय भी खूब सराहा गया।
रामलीला का चरम दृश्य रावण द्वारा सीता हरण रहा। मंच पर श्रवण चावला ने रावण का रूप धारण कर अपनी गूंजदार आवाज़ और प्रभावशाली संवाद शैली से समां बांध दिया। पुष्पक विमान पर माता सीता को ले जाते हुए उनका अभिनय दर्शकों के दिलों को छू गया। इस दृश्य की सजीवता और भावनात्मक प्रस्तुति ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा।
मंचन की तकनीकी व्यवस्थाएं, संगीत और सजावट ने कथा को जीवंत बनाने में अहम योगदान दिया। श्रद्धा रामलीला कमेटी के इस आयोजन में भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और उन्होंने कलाकारों के समर्पण तथा मेहनत की जमकर प्रशंसा की।