Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : वर्ल्ड स्ट्रीट दुर्गा पूजा महोत्सव के मंच पर सुर और ताल की अनूठी प्रस्तुति देखने को मिली। इस मौके पर स्वर मंदिर कलााश्रम के गुरू राकेश शर्मा के शिष्य-शिष्याओं ने अपनी कलात्मक प्रतिभा से श्रोताओं का मन मोह लिया। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण एकॉर्ड अस्पताल की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं कलााश्रम की शिष्य डॉ. सविता का शास्त्रीय गायन रहा। चिकित्सा सेवा के साथ-साथ कला साधना में भी उनकी गहरी रुचि है, जिसका सुंदर परिचय उनकी संगीतमय प्रस्तुति में देखने को मिला। उन्होंने राग आधारित बंदिशों और भजनों को सुर के साथ गाया, जिसे दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से खूब सराहा।
कार्यक्रम में स्वर मंदिर कलााश्रम के उभरते कलाकारों ने भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। मास्टर आदर्श ने तबला सोलो प्रस्तुत कर लयकारी से सभी को प्रभावित किया। परवेज और दर्शिका ने अपने-अपने एकल प्रस्तुतियों से माहौल को भावपूर्ण बना दिया। बच्चों की प्रस्तुतियों ने महोत्सव में न केवल मनोरंजन का रंग भरा, बल्कि शास्त्रीय संगीत और भारतीय परंपराओं के प्रति लोगों की रुचि को भी बढ़ाया।
दुर्गा पूजा जैसे सांस्कृतिक उत्सव में आयोजित यह संगीत संध्या हर वर्ग के लिए प्रेरणादायक रही। एक ओर जहां डॉ. सविता जैसी वरिष्ठ चिकित्सक कला साधना के माध्यम से समाज में सांस्कृतिक चेतना जागृत कर रही हैं, वहीं नई पीढ़ी अपनी प्रतिभा के दम पर भविष्य की संभावनाओं का परिचय दे रही है। डॉ. सविता ने सायंकालीन राग पुरियाधनश्री प्रस्तुत किया।
स्वर मंदिर कला आश्रम के निदेशक व गुरु राकेश शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल प्रतिभाओं को मंच प्रदान करते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करते हैं। यह सुरमई शाम श्रोताओं की स्मृति में लंबे समय तक गूंजती रहेगी।