Views: 6
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : सूरजकुंड रोड स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम श्री लक्ष्मी नारायण दिव्य धाम में दशहरा का पर्व शानदार ढंग से मनाया गया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में जुटे भक्तों ने आयोजित हवन में आहुति डाली वहीं अधिष्ठाता जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने कहा कि भगवान ने मानव का जन्म दिया है इसलिए उसका धन्यवाद करो।
उन्होंने कहा कि इस जन्म का सदुपयोग करें और ऐसा कर्म करें जो भगवान को प्रिय है। अप्रिय वस्तुओं को तो भगवान स्वयं नष्ट कर देते हैं। ऐसे में अप्रिय कार्य करने वाला भी नष्ट हो जाता है जैसे रावण हो गया।
उन्होंने कहा कि इतना बेसकीमती जीवन मिलने के बाद भी हम हाय पैसा हाय पैसा करते हैं और करने योग्य कर्म नहीं करते हैं। जबकि आदमी को बहुत ज्यादा लिप्सा में नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मानव गलतियां खुद करता है और उसके लिए जिम्मेदार दूसरे को ठहराता है, जबकि हम हमारे कर्मों के लिए खुद जिम्मेदार हैं।
स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य ने कहा कि वास्तव में कर्म वही है जो भगवान के लिए किया जाए। जिसमें जप तप योग आदि साधनों के नाम लिए गए हैं लेकिन यदि आपसे यह भी नहीं हो सकते हैं तो केवल कीर्तन करिए। कलयुग में भगवान के नाम का जाप भी बहुत महत्वपूर्ण है। कहा तो यहां तक भी गया है कि कलयुग में केवल नाम का ही सहारा है। लेकिन सामने भगवान होकर भी इंसान अहम में डूबकर उसे पहचान नहीं पाता है और रावण की तरह गलतियां करते हुए जीवन को गंवा देता है।
इस अवसर पर 9 दिन से अनुष्ठान करने वाले भक्तों ने अपने जप को संपूर्ण करते हुए हवन में पूर्ण आहुतियां डाली। वहीं अन्य सभी भक्तों ने भी हवन में आहुतियां डाली। आश्रम में पहुंचे मंत्री अरविंद शर्मा और राजेश नागर ने भी माथा नवाया। उन्होंने कहा कि श्री सिद्धदाता आश्रम धर्म की भूमि है, यहां आने पर मन बरबस ही भगवान में लग जाता है। जयपुर से आए भजन गायकों संजय पारीक और लोकेश शर्मा ने सभी को जमकर झुमाया वहीं बड़ी संख्या में लगी छबीलों पर भक्तों ने प्रसाद प्राप्त किया।