Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : सेक्टर-12 स्थित श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी के मंच पर बुधवार रात रामायण के महत्वपूर्ण प्रसंगों का भव्य मंचन किया गया। श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भरे पंडाल में रामायण की कथा जीवंत हो उठी। मंचन की शुरुआत लक्ष्मण के मूर्छित होने के दृश्य से हुई, जहां युद्धभूमि में लक्ष्मण को गंभीर चोट लगने पर पूरा वातावरण भावुक हो उठा। तत्पश्चात सुषेण वैद्य के कहने पर हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी लाने और लक्ष्मण की मूर्छा दूर होने का दृश्य प्रस्तुत किया गया, जिस पर दर्शक जयकारों से गूंज उठे।
इसके बाद रावण द्वारा अपने भाई कुंभकरण को युद्ध के लिए भेजने और उसके वध का दृश्य मंचित किया गया। मंचन के दौरान कलाकारों ने जीवंत अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं मेघनाद और अंत में रावण वध का दृश्य सबसे अधिक प्रभावशाली रहा। असत्य पर सत्य की विजय और धर्म की स्थापना का संदेश देते हुए पूरे वातावरण में “जय श्री राम” के जयघोष गूंज उठे।
राम का किरदार कुणाल चावला ने, लक्ष्मण का साहिब खरबंदा ने और हनुमान का किरदार कैलाश चावला ने बखूबी निभाया। वहीं रावण की भूमिका श्रवण चावला, मेघनाद की विजय कुमार कांटा और कुंभकरण की भूमिका प्रमोद मग्गू ने जीवंत की। इसके अलावा अंगद बने कशिश चावला, विभीषण बने राजकुमार ढींगरा, सुग्रीव बने सूरज भाटिया, सुषेण बने परविंदर राजपाल और मंत्री की भूमिका रोहतास सैनी ने निभाई।
कार्यक्रम के अंत में रामलीला समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि ऐसे मंचन न केवल मनोरंजन का माध्यम हैं, बल्कि समाज को सत्य, धर्म और आदर्श जीवन का मार्ग भी दिखाते हैं। मंचन देखने आए दर्शकों ने कलाकारों की प्रस्तुति की जमकर सराहना की और समिति को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।