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Faridabad NCR

विश्व जूनोसिस दिवस पर डी.ए.वी शताब्दी महाविद्यालय में जनजागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली के सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन वन हेल्थ एवं राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से डीएवी शताब्दी महाविद्यालय, फरीदाबाद में विश्व जूनोसिस दिवस के अवसर पर जनजागरूकता कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जूनोसिस रोगों के प्रति जागरूकता फैलाना और ‘वन हेल्थ’ की अवधारणा को विद्यार्थियों एवं समाज के बीच प्रचारित-प्रसारित करना रहा।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के सेंटर फॉर वन हेल्थ की संयुक्त निदेशक एवं प्रमुख डॉ. सिम्मी तिवारी कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रहीं। डॉ. सिम्मी को 2022 में ‘सर लुई पास्चर वाचन पुरस्कार’ और हाल ही में ‘वन हेल्थ और जूनोसिस रोगों में योगदान के लिए युवा महामारी विज्ञानी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली के जैव प्रौद्योगिकी विभाग में अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. विक्रम सैनी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की।

महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. नरेंद्र कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और जूनोसिस विषय की गहन जानकारी की आवश्यकता को रेखांकित किया। डॉ. सिम्मी तिवारी ने बताया कि किस प्रकार पशु, मानव और पर्यावरण के बीच संतुलन स्थापित करके जूनोटिक रोगों को रोका जा सकता है। उन्होंने देश में रेबीज, लेप्टोस्पायरोसिस और सर्पदंश जैसी बीमारियों की रोकथाम हेतु चलाए जा रहे राष्ट्रीय कार्यक्रमों की जानकारी दी। डॉ. विक्रम सैनी ने संक्रामक रोगों, अनुसंधान, बायोसुरक्षा और जैव सुरक्षा के क्षेत्र में अपने अनुभव साझा किए। डॉ. सैनी के साथ एम्स की टीम में शामिल डॉ. मैनपाल राणा, डॉ. अनुज तोमर, कीर्ति नेगी और पारुल सिंह ने भी पशु-संपर्क जनित रोगों के कारक, फैलाव, रोकथाम व सावधानियों को बारीकी से समझाया।

‘पशु से मानव तक: जूनोसिस रोगों को रोकें’, ‘एक स्वास्थ्य – एक भविष्य’, ‘रेबीज, निपाह, कोविड-19: जानकारी से बचाव’, ‘स्वच्छ पशुपालन, सुरक्षित परिवार’ जैसे विषयों पर पोस्टर निर्माण, नारा लेखन और भाषण प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। डॉ. विजयवंती, अमित कुमार, कविता शर्मा एवं एम्स टीम निर्णायक मंडल में शामिल रहे। भाषण प्रतियोगिता में जिया प्रथम, शाजिया द्वितीय, अस्मित तृतीय, विवेक पाल चतुर्थ व गौरी पाँचवें स्थान पर रहीं। पोस्टर मेकिंग में आदर्श प्रथम, अंकित कापरी द्वितीय, आयुष त्रिवेदी तृतीय, सौम्या चतुर्थ व राखी पाँचवें स्थान पर रहीं। वहीं नारा लेखन में आयुष त्रिवेदी प्रथम, यति द्वितीय व कनिष्का तृतीय स्थान पर रहीं। सभी विजेताओं को एम्स की टीम द्वारा प्रमाण पत्र व पुरस्कार प्रदान किए गए, और सभी प्रतिभागियों को भी सहभागिता प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

मंच संचालन शिखा राघव द्वारा अत्यंत प्रभावशाली, सहज एवं आत्मीय शैली में किया गया जिसे सभी प्रतिभागियों, अतिथियों व निर्णायकों ने सराहा। डॉ. योगेश शर्मा एवं डॉ. राजकुमारी कार्यक्रम संयोजक व नेत्रपाल सैन सह-संयोजक रहे। आयोजन सचिव कविता शर्मा और उमेश कुमार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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