Chandigarh
किसानों के समर्थन में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपने घरों पर काले झंडे लगा कर मनाया काला दिवस : डा सुशील गुप्ता
Chandigarh Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 25 मई। आम आदमी पार्टी राज्य सभा सांसद डा सुशील गुप्ता ने बताया कि किसानों के द्वारा आज मनाए जाने वाले काले दिवस पर किसानों के समर्थन में पूरे हरियाणा भर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे अपने अपने घरों में लगाकर विरोध जताया तथा सरकार विरोधी नारे लगाए। उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा के सभी आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं को गत रविवार को ही उन्होंने आह्वान किया था कि किसान आंदोलन के 6 माह पूरे होने पर आज 26 मई 2021 को पूरे होने पर सभी कार्यकर्ता अपने अपने घरों पर पार्टी के झंडे के साथ,काला झंडा लगायेंगें तथा इसके अलावा कार्यकर्ता पार्टी के बेनर व झंडों के साथ-साथ व्यक्तिगत रूप से अपने अपने जिले में कोरोना प्रोटोकाॅल का ध्यान रहते हुए,नगर के धरना स्थलों पर काले झंडे लेकर सामूहिक हिस्सेदारी में भाग भी लेंगे।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी शुरू से ही किसान आंदोलन में किसानों के साथ संसद से सडक मे साथ खडी है। पिछले 6 महीने से किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। उन्होंने आंदोलन में सर्दी, गर्मी तथा बरसात तक को नहीं देखा। इस दौरान आंदोलन में 500 से अधिक किसानों को काल ने अपने ग्रास में ले लिया। इसके बावजूद वह झुकने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के साथ बातचीत तक करनी बंद कर दी। जबकि हमारे प्रधानमंत्री कहते है कि वह एक फोन की दूरी पर हैं, मगर फोन नंबर नहीं बताते। डा गुप्ता ने कहा किसानों की केवल एक ही मांग है कि सरकार तीनों काले कानून वापस ले तथा एमएसपी की गांरटी दें। मोदी सरकार कहती तो है पर करती नहीं। प्रधानमंत्री जी किसानों की शहादत के बाद भी चुप्पी साधे हुए हैं जो न केवल चिंतनीय है, अपितु दुर्भाग्यपूर्ण भी है।
सांसद डॉ गुप्ता ने ऐसा ही सौतेला व्यवहार करने का आरोप हरियाणा सरकार पर भी लगाया। गुप्ता ने कहा पहले तो सरकार आंदोलन वापस लेने के लिए समझौता करती है। दूसरे ही दिन किसानों पर पुलिस द्वारा लाठी डंडे चलती है। इसका जीता जागता उदाहरण हिसार में जो कुछ हुआ वह सामने है।
उन्होंने कहा बीते सप्ताह 16 मई को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल हिसार में एक आधे अधूरे कोविड हस्पताल उद्घाटन करने गए थे और हजारों की भीड़ इकट्ठी कर ली,जो कोरोना के कानून का सीधा उल्लंघन है मुख्यमंत्री पर भी केस दर्ज किया जाए।
दूसरा हिसार में दल बल के साथ उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का शांतिपूर्ण विरोध करने पहुंचे किसानों को पहले तो पुलिस की लाठियों से पिटवाते हैं फिर मुकदमें भी करवाते है। यह हरियाणा मुख्यमंत्री का यह दोहरा चरित्र नहीं तो क्या है!
उन्होंने कहा जब तक सरकार इन तीनों काले कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक किसान संघर्ष करते रहेंगे। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते रहेंगे। उन्होंने प्रदेश सरकार से विभिन्न धाराओं में हिसार घटना के बाद किसानों पर दर्ज मुकदमे तथा तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग को भी दोहराया।