Haryana
फरीदाबाद में आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने शुरू किया विशेष प्रशिक्षण अभियान

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 10 मई। उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने बताया कि आज सेक्टर-12 स्थित कन्वेंशन हॉल में आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम के पहले बैच में जिले के गांवों के सरपंचों, निगम पार्षदों, जिला परिषद सदस्यों और विभागाध्यक्षों को प्रशिक्षित किया गया। दूसरे बैच में आरडब्ल्यूए अध्यक्षों, उद्योग प्रतिनिधियों और स्कूल-कॉलेज के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया। यह प्रशिक्षण फायर विभाग, एसडीआरएफ और रेड क्रॉस की संयुक्त टीम द्वारा दिया गया, जिसमें आपदा के समय सर्च, रेस्क्यू और राहत कार्यों की रणनीतियों पर जोर दिया गया। इस अवसर पर डीसी विक्रम सिंह, एडीसी साहिल गुप्ता और सीटीएम अंकित कुमार के साथ जिला परिषद अध्यक्ष विजय सिंह भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
डीसी विक्रम सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण में प्राथमिक उपचार (फर्स्ट एड), सायरन की पहचान, स्थानीय संसाधनों से आपदा प्रबंधन, और आपातकालीन नंबरों के आपसी आदान-प्रदान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि डीसी विक्रम सिंह ने नागरिकों को आपस में आपातकालीन संपर्क नंबर साझा करने की सलाह दी है, ताकि किसी भी संकट की घड़ी में त्वरित सहायता उपलब्ध कराई जा सके। यह कदम विशेष रूप से ऊंची इमारतों, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों और सामुदायिक स्थानों में आपसी समन्वय को मजबूत करेगा। इसके साथ ही, निजी अस्पतालों की एम्बुलेंस सेवाओं को प्रशासनिक पैनल में शामिल कर लिया गया है। इससे आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त संसाधनों का त्वरित उपयोग किया जा सकेगा और किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय आपात स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया दी जा सकेगी।
उन्होंने ब्लैकआउट के दौरान नागरिकों से पूरी तरह से सहयोग करने की अपील की गई है। प्रशासन ने खासकर ऊंची इमारतों के प्रबंधन से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि ब्लैकआउट की स्थिति में लिफ्ट सेवाएं वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों से संचालित रह सकें, ताकि बुजुर्ग, बच्चे व बीमार लोगों को परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए ड्रोन उड़ाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है। यदि कोई व्यक्ति अनधिकृत रूप से ड्रोन उड़ाते हुए पाया जाता है, तो नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दें। यह कदम संदिग्ध गतिविधियों पर रोक लगाने और किसी भी संभावित खतरे को टालने के लिए उठाया गया है। साथ ही, प्रशासन ने रेयर ब्लड ग्रुप वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनके रक्त का स्टॉक तैयार रखने का निर्देश भी जारी किया है। यह पहल आपातकालीन चिकित्सा स्थिति में समय रहते सही सहायता पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगी।
डीसी विक्रम सिंह ने स्पष्ट किया है कि यह सभी उपाय जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हैं और सभी नागरिकों से अपील की है कि वे जिम्मेदारी से इन दिशा-निर्देशों का पालन करें और अफवाहों से बचें। प्रशासन पूरी तरह तैयार है, और जनता का सहयोग ही इस तैयारी को सफल बनाएगा।