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Faridabad NCR

अति संवेदनशील गांवों में प्रशासन की सक्रियता तेज : डीसी विक्रम सिंह

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 08 सितंबर। जिले में हाल ही में आई बाढ़ से अब तक 27 गांव सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इन प्रभावित एवं संवेदनशील क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देते हुए व्यापक कदम उठाए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।

उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर रही हैं और घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच अभियान चला रही हैं। अब तक चिन्हित किए गए 27 बाढ़ प्रभावित गांवों में मेडिकल टीमें सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं। इनमें से 14 गांवों को अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इन गांवों में विशेष रूप से बसंतपुर, किडावली, लालपुर, महावतपुर, राजपुर कलां, तिलोरी खादर, अमीपुर, चिरसी, मंझावली, चांदपुर, मोठुका, अरुआ, छांयसा, मोहना, ददसिया, जसाना और कांवरा शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में जलभराव और बीमारियों के खतरे को देखते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत किया गया है तथा चिकित्सा सेवाओं को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि किसी भी नागरिक को स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जयंत आहूजा ने जानकारी दी कि वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग की 40 मेडिकल टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय रूप से तैनात हैं। ये टीमें नियमित रूप से मेडिकल स्क्रीनिंग कर रही हैं, दवाओं का वितरण कर रही हैं और लोगों को स्वच्छता एवं जल जनित बीमारियों की रोकथाम के बारे में परामर्श दे रही हैं।

डिप्टी सीएमओ डॉ. राम भगत स्वयं प्रभावित गांवों में कैंपों का निरीक्षण कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर निगरानी बनाए हुए हैं। वहीं, डॉ. राजेश श्योकंद गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में मिनट-टू-मिनट एक्शन प्लान के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराई जा सके। गांव अरुआ एवं मोठुका में स्थापित शेल्टर होम्स में विशेष रूप से एनआईवी यूनिट्स नियुक्त की गई हैं, जो वहां रह रहे लोगों की 24×7 निगरानी कर रही हैं। इसके अलावा, प्रशासन द्वारा राजपुर कलां के सामुदायिक भवन तथा ददसिया, जसाना और कांवरा गांवों के बारात घरों को सेफ होम के रूप में चिन्हित किया गया है। इन स्थानों पर भी स्वास्थ्य विभाग की टीमें नियमित रूप से चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रही हैं।

जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ सहयोग करें और समय पर स्वास्थ्य जांच अवश्य कराएँ। साथ ही, किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत स्वास्थ्य हेल्पलाइन या प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करें।

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