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मानव रचना में आयोजित हेल्थटेक इनोवेशंस फेस्ट 2024 में पेश किए गए उन्नत स्वास्थ्य समाधान

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 31 दिसंबर। मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) के सेंटर फॉर हेल्थ इनोवेशंस (सीएचआई) द्वारा आयोजित हेल्थटेक इनोवेशंस फेस्ट 2024 के दूसरे संस्करण में स्वास्थ्य क्षेत्र में नई तकनीकों को प्रस्तुत किया गया। 61 प्रतिभागियों, जिनमें मानव रचना और अन्य कॉलेजों के छात्र शामिल थे, ने अपने प्रोजेक्ट्स प्रदर्शित किए। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रगति के लिए मानव रचना की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

कार्यक्रम में पांच प्रमुख प्रोजेक्ट्स प्रदर्शित किए गए, जिनमें भारतीय मरीजों में पोस्ट-ऑपरेटिव दर्द के लिए “जेनेटिक पॉलीमोर्फिज्म और एपिड्यूरल फेंटानिल सेंसिटिविटी,” दृष्टिहीनों के लिए “वास्तविक समय ऑब्जेक्ट डिटेक्शन पर आधारित इंडोर नेविगेशन असिस्टेंट,” डेंटिस्ट्री में “4D तकनीक का उपयोग,” “एक नई 3-डी पीएनएएम उपकरण,” और “नैनोबॉट-असिस्टेड डेंटिस्ट्री (नैनोबॉट-डी)” जैसे नवाचार शामिल थे।

एमआरआईआईआरएस के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) संजय श्रीवास्तव ने कहा, “स्वास्थ्य का भविष्य सुलभ और प्रभावी समाधान बनाने में है। यह कार्यक्रम दिखाता है कि अकादमिक संस्थान कैसे जीवन को बदलने वाले नवाचारों के केंद्र बन रहे हैं।”

मानव रचना यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) दीपेंद्र झा ने कहा, “हेल्थटेक इनोवेशंस केवल तकनीकी प्रदर्शन नहीं है, बल्कि वास्तविक समस्याओं के समाधान के बारे में है। इस कार्यक्रम ने दिखाया कि बहु-विषयी सहयोग और नई सोच से स्वास्थ्य क्षेत्र को फिर से परिभाषित किया जा सकता है।”

सीएचआई के अध्यक्ष, प्रोफेसर (डॉ.) प्रशांत झा ने कहा, “इस पहल का मुख्य उद्देश्य छात्रों को अपनी शैक्षणिक जानकारी का उपयोग कर ऐसे समाधान बनाने के लिए प्रेरित करना है, जो व्यावहारिक और प्रभावी हों। आज प्रस्तुत प्रोजेक्ट्स नवाचार की अद्भुत क्षमता को प्रदर्शित करते हैं।”

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और पार्क अस्पताल के आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विपिन कुमार गुप्ता ने कहा, “आज प्रस्तुत प्रोजेक्ट्स तकनीकी विशेषज्ञता के साथ-साथ मरीजों की जरूरतों को गहराई से समझने और स्थायी समाधान प्रदान करने की सोच को दर्शाते हैं।”

पहला पुरस्कार “दृष्टिहीनों के लिए भीतरी नेविगेशन असिस्टेंट” प्रोजेक्ट के लिए शिवानी शर्मा, स्नेहा कुमारी और ईशान गुप्ता। दूसरा पुरस्कार डॉ. सायली अठावले और तीसरा पुरस्कार डॉ. बिनिता साहा को दिया गया।

कार्यक्रम में योगदान देने वालों का आभार व्यक्त करते हुए डॉ. एन. दीपा, पोस्टडॉक्टोरल फेलो, सीएचआई, एमआरआईआईआरएस, ने आयोजन की सफलता सुनिश्चित की। प्रोफेसर (डॉ.) मनीषा सिंह, डायरेक्टर, सीएचआई, ने तकनीकी नवाचारों की भूमिका पर प्रकाश डाला। पार्क हॉस्पिटल्स के सीईओ कर्नल (डॉ.) आईवीएस गहलोत ने स्वास्थ्य क्षेत्र में इनोवेशन के अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. आर. गिरिजा ने सभी प्रतिभागियों और सहयोगियों का धन्यवाद किया।

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