Faridabad NCR
एडवोकेट पाराशर ने फरीदाबाद कोर्ट में आठवीं बार बांटी कानूनी पुस्तकें, सैकड़ों वकील खुश
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : शहर की अदालत में बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एलएन पाराशर ने सोमवार को हजारों वकीलों को कानूनी पुस्तकों का आठवीं बार वितरण किया। दोपहर 12 बजे से ही चैंबर नंबर 382 के बाहर वकीलों की भारी भीड़ लग गई और किताबें पाने के लिए मारामारी शुरू हो गई। पहले कहा गया था कि युवा वकीलों को ही किताबें दी जाएंगी लेकिन सीनियर वकील भी किताबें लेने पहुँच गए और सबकों किताबें दी गईं।
एडवोकेट पाराशर ने कहा कि इस बार चार तरह की किताबें बांटी गई हैं जिनमे पहली किताब क्रिमिनल मैनुअल है जिसमे आईपीसी, सीआरपीसी, आफ आफ एविडेंस और जम्मू कश्मीर में नए एक्ट के बारे में बहुत कुछ है। दूसरी किताब सुप्रीम कोर्ट डाइजेस्ट आन इंडियन पीनल कोड है जिसमे जिसमे 2010 से 2018 तक के कई अहम् केस की जानकारी दी गई है। तीसरी किताब लॉ आफ इंटरलॉक्यूटरी है जिसमे कई तरह के आर्डर के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है और चौथी किताब 2022 की आधुनिक डायरी है।
एडवोकेट एलएन पाराशर ने बताया कि ये किताबें सभी वकीलों के बहुत काम आएंगे और बड़े-बड़े केस के समय वकील बोल्ड होकर अपना पक्ष रख सकेंगे। उन्होंने बताया कि मेरा मकसद युवा वकीलों को हर तरह से निपुण बनाना है और महामारी के पहले मैंने इन वकीलों के लिए निःशुल्क कोचिंग सेंटर भी खुलवाया था जिसमे कानून के कई बड़े जानकारी, अंग्रेजी बोलना सीखने वाले शिक्षाविद एवं कई पूर्व जजों ने वकीलों को प्रशिक्षित किया था।
उन्होंने कहा कि आगे भी मैं युवा वकीलों की हर तरह से मदद करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि शहर की अदालत में वकीलों के बैठने के लिए सीटें कम हैं और युवा वकीलों को भटकना पड़ रहा है इसके लिए मैंने सीएम मनोहर लाल और फरीदाबाद के उपयुक्त जितेंद्र यादव को पत्र लिखा है कि कोर्ट परिसर में जो खाली जमीन है उसमे वकीलों के सीटों का निर्माण करवाया जाए।
इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता कमल सिंह तंवर, एडवोकेट बिजेंद्र दत्त कौशिक, धीरज अधाना, नरेंद्र शर्मा, एडवोकेट सचिन पाराशर, एडवोकेट लोकेश पराशर, एडवोकेट हितेश पाराशर, एडवोकेट संजीव तंवर, एडवोकेट अनिल अधाना, एडवोकेट कुलदीप जेलदार, एडवोकेट नवीन भाटी, एडवोकेट अभिनीत अधाना, नितेश पाराशर, एडवोकेट सुमित नागर, अभिनीत अधाना, हिमांशु डबास, वरुण कपासिया, साहिल चंदीला सहित सैकड़ों वकील मौजूद रहे। सभी वकीलों ने खुशी जताई और एडवोकेट पाराशर का धन्यवाद किया।