Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 18 नवंबर। 26 नवंबर की ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी एसोसिएशन के आह्वान पर देशव्यापी हड़ताल को फरीदाबाद में सफल बनाने को सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने विभागीय यूनियन प्रतिनिधियों से मुलाकात कर कर्मचारियों से सम्पर्क करना शुरू कर दिया है।
बुधवार को बिजली निगमों के कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन संबंधित (सर्व कर्मचारी सँघ हरियाणा) के आवाह्न पर फरीदाबाद सेक्टर 23 में सर्कल सचिव श्री अशोक कुमार की अध्यक्षता में विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन का संचालन राज्य सदस्य शब्बीर अहमद गनी ने किया। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राज्य उपाध्यक्ष सतपाल नरवत, जिला सचिव सर्व कर्मचारी संघ बलबीर बालगौर व जिला कैशियर सर्व कर्मचारी संघ युद्धवीर खत्री ने कहा की केंद्र की मौजूदा सरकार कर्मचारी, मजदूर, आम जनता के विरोध में सत्ता के नशे में विरोधी निजीकरण व छंटनी जैसे फैसले लागू कर रही है। करोना महामारी की आड मे अवसर मानकर जनता को बरगला कर सभी विभागों व बिजली जैसे महत्वपूर्ण विभाग को बेचनै पर आमदा है। ट्रेड यूनियन अधिकार कर्मचारी मजदूरों को लंबे संघर्ष के बाद हासिल हुए थे उन्हें पूंजी पतियों के हक में बदलाव कर रही है । इन अधिकारों में कटौती करके कर्मचारी, आम जनता पर थोपने का काम कर रही हैं जिसे किसी भी सूरत में से नहीं करें। लगातार पावर बिल 2020 का विरोध करने के बावजूद भी लोकसभा में पेश किया गया। पूंजीपतियों को मोटे मुनाफे कमाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के विभागों को बेचा जा रहा है। बिजली निगम मैनेजमेंट कर्मचारियों के ऊपर नाजायज दबाव डालते हुए मानसिक शोषण का काम कर रही है। कर्मचारियों के अभाव में कर्मचारी रात दिन मेहनत करते हुए निगम के सुचारू रूप से काम कर रहा है। विभाग में हजारों पद खाली पड़े हैं। लाइन, ट्रांसफार्मर, वर्क लोड बढ़ने के बावजूद नई भर्ती नहीं की जा रही है।
यूनियन के राज्य सदस्य शब्बीर अहमद ने प्रदर्शन में कहा कि बिजली निगम मैनेजमेंट के खिलाफ यूनियन आंदोलन की घोषणा की जिसमें पूरे प्रदेश में आज प्रदर्शन करते हुए एसीएस पावर के नाम अधिक्षक अभियँताओ के माध्यम से ज्ञापन सौंपा जाएंगे। केंद्र सरकार की कर्मचारी, आम जनता, मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ 26 नवंबर को राष्ट्रीय हड़ताल में बिजली कर्मचारी बढ़ चढ़कर भाग लेगा। यदि बिजली निगम आंदोलनों के बाद भी कर्मचारियों की आवाज को नहीं सुना तो इसके बाद यूनियन सभी चीफ इंजीनियर के बाहर प्रदर्शन करेंगे और एसीएस पावर के कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए अगले आंदोलन की घोषणा की जाएगी। कर्मचारियों के मुख्य मांगे : कच्चे कर्मचारी को बीच से ठेकेदार निकालकर सीधा निगम बोल कर रखा जाए तब तक समान काम समान वेतन मान लागू किया जाए, ई एस आई सेवा को वेतन से ना जोड़कर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया जाना जाय।पुरानी पैँशन लागू की जाए। एक्स ग्रेशिया पॉलिसी तुरंत प्रभाव से लागू की जाए। सभी काम ठेके पर देने की बजाय निगम द्वारा खुद करवाए जाने जाए, नॉन फेटल और फेटल एक्सीडेंट पर सहयोगी कर्मचारी को चार्जशीट प्रताड़ित करना बंद किया जाए। ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी बंद की जाए। स्वैच्छा से बदली करवाने वाले कर्मचारियों को ही तबादला किया जाए। पेपर पास ना होने पर कर्मचारी को नौकरी से बाहर ना निकाला जाए। नए वेतनमान के अनुसार नए भत्ते जारी किए गए ।भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए। निजीकरण प्रक्रिया पर रोक लगाई आदि मांगों को लेकर तमाम कर्मचारी फील्ड में जाकर बिजली निगम मैनेजमेंट व सरकार के खिलाफ प्रचार करेंगे।
विरोध प्रदर्शन को अतरिक्त सर्कल सचिव राम चरण पुष्कर, फूलमन भारती पूर्व चेयरमैन, भूप सिंह कौशिक, दिनेश शर्मा यूनिट प्रधान, कृष्ण कुमार, गिरीश कुमार राजपूत, अशरफ़ खान यूनिट सचिव, पुष्कर उपप्रधान आदि ने सम्बोधित किया।