Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 9 मई: अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा ने वीर योद्धा श्रद्धेय महाराणा प्रताप जी की जयन्ती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर शत शत नमन किया। पं सुरेन्द्र शर्मा बबली ने महाराणा प्रताप की वीर गाथा सुनाते हुए कहा कि आज राजस्थान के वीर सपूत, महान योद्धा और अदभुत शौर्य व साहस के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती है। महाराणा प्रताप का जन्म महाराजा उदयसिंह एवं माता राणी जीवत कंवर के घर में हुआ था। महाराणा प्रताप के पास चेतक नाम का एक घोड़ा था जो उन्हें सबसे प्रिय था। प्रताप की वीरता की कहानियों में चेतक का अपना स्थान है। उसकी फुर्ती, रफ्तार और बहादुरी की कई लड़ाइयां जीतने में अहम भूमिका रही। हल्दीघाटी का युद्ध जिसमें उनका मानसिंह के नेतृत्व वाली अकबर की विशाल सेना से आमना-सामना हुआ। 1576 में हुए इस जबरदस्त युद्ध में करीब 20 हजार सैनिकों के साथ महाराणा प्रताप ने 80 हजार मुगल सैनिकों का सामना किया। उन्होंने मेवाड़ व हिन्दू संस्कृति की रक्षा के मुगलों को लोहे के चने चबा दिए थे। उनकी वीरता की गाथा सदा गाई जाएगी। इस मौके पर पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने रात्रि 8 बजे अपने घरों में 5 दीए जलाने की अपील देशवासियों से की। इस अवसर पर पं पवन, मोहित, ललित, कृष्णकांत, सुभाष, प्रेम एवं लोकेश आदि ने वीर महाराणा प्रताप को श्रद्धांजलि अर्पित की।