Connect with us

Uncategorized

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय की ‘हरित पहल’ को मिला पूर्व छात्र संघ का समर्थन

Published

on

Spread the love

Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 8 अगस्त। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के पूर्व छात्र संघ ने विश्वविद्यालय की ‘हरित पहल’ को समर्थन दिया है। वाईएमसीए माॅब के अध्यक्ष सुखदेव सिंह के नेतृत्व में आज पूर्व छात्रों की 14 सदस्यीय टीम ने आज विश्वविद्यालय का दौरा किया तथा विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण अभियान में हिस्सा लिया।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय जुलाई एवं अगस्त महीने के दौरान हरियाली पर्व मना रहा है। इस अवसर को चिह्नित करने के लिए विश्वविद्यालय ने पौधारोपण अभियान शुरू किया है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिष्ठित हस्तियों को पौधारोपण अभियान में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने की।
पौधारोपण अभियान में हिस्सा लेने वाले पूर्व छात्र संघ के सदस्य में प्रेम मल्होत्रा, अशोक झांब, एस.के. मिश्रा, नवीन सूद, अनिल कुमार भारद्वाज, ए.के. नेहरा, सुनील शर्मा, सुनील यादव, मोहित वोहरा, जे.पी. अरोड़ा, डॉ राज कुमार सिंह, राजेश सहगल और चिराग गोयल शामिल रहे।
पूर्व छात्र संघ के सदस्यों ने विश्वविद्यालय की पहल की सराहना की और उन्हें पौधारोपण अभियान के लिए आमंत्रित करने और अभियान का हिस्सा बनाने के लिए विश्वविद्यालय के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के मुख्य मैदान पर विभिन्न प्रकार के पौधे भी लगाए। पूर्व छात्र संघ के सदस्यों ने उनके द्वारा लगाये गये पौधों की देखरेख का संकल्प भी लिया। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग, डीन (कॉलेज) प्रो. तिलक राज, निदेशक (एलुमनाई अफेयर) डॉ संजीव गोयल, निदेशक युवा कल्याण प्रो. प्रदीप डिमरी, पर्यावरण इंजीनियरिंग की विभागाध्यक्ष डॉ रेणुका गुप्ता और डीएसडब्ल्यू कार्यालय एवं वसुंधरा ईसीओ क्लब के अन्य सदस्य उपस्थित थे। इससे पहले कुलपति प्रो. तोमर ने अतिथियों का पौधा देकर स्वागत किया।
इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति प्रो. तोमर ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रकृति और पर्यावरण के मुद्दों को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। विश्वविद्यालय के पौधारोपण अभियान का उद्देश्य केवल पेड़ लगाना ही नहीं बल्कि उनकी उचित देखभाल भी सुनिश्चित करना है। कार्यक्रम के अंत में प्रो. तिलक राज के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

Continue Reading

Copyright © 2024 | www.hindustanabtak.com