Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 5 फरवरी। शंघाई सहयोग संगठन व जी-20 देशों की भागीदारी से 20 से अधिक देशों की 36 वें अंतर्राष्टï्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में फस्र्ट एंट्री हुई, जिससे इन देशों की संस्कृति जानने का फायदा यहां आने वाले पर्यटकों को बाखूबी हो रहा है। इन्हीं में से एक संयुक्त अरब अमीरात की लोकसंस्कृति से पर्यटक पहली बार रूबरू हुए हैं।
नार्थ-ईस्ट के बंबू घर के समीप संयुक्त अरब अमीरात की स्टाल के आसपास सफेद अरबी लिबास कंदोज और सिर पर हितरा, ओकाल व याफिया पहने लोग मेले में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। यही नहीं इनके अरेबियन डांस की धूम पिछले तीन दिनों से मची हुई है। अरेबियन डांस अल हरबिया, अल अयाल और अल अहरल की पारंपरिक प्रस्तुति को देख दर्शक अपने आप को रोक नहीं पाते और इनके साथ-साथ थिरकना शुरू हो जाते हैं। ढोल, ढपली की थाप पर अरबी नर्तकों के हाथों में घूमती पतली छड़ी ताल से ताल मिलाती है तो एक खूबसूरत नजारा आंखों के सामने पैदा होता है। इसी स्टाल में अरब अमीरात की कुछ बुजुर्ग महिलाएं, जिनको ये ओमसेफ कह कर बुलाते हैं, गोटे की कारीगरी करती दिखाई देती हैं। बुरके के साथ इन्होंने चेहरे पर नाक और ओंठों पर एक चमकीला नकाब पहना हुआ है। ये बूढ़ी औरतें मिस्क, बुकुर, दुकुन व शुगर पाऊडर को मिलाकर धूनी के लिए ऐसी खुशबूदार टिकिया बना रही हैं कि यहां आसपास का पूरा वातावरण धुएं से महक रहा है।