Faridabad NCR
बत्रा हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, फरीदाबाद ने एक साल में 110 से अधिक जिंदगियों को बचाया
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : फरीदाबाद के बत्रा हार्ट एंड मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के चेयरमैन श्री रमेश कुमार बत्रा ने डॉ. पंकज बत्रा की जानकारीपूर्ण किताब ‘हृदय रोग की रोकथाम’ को रिलीज़ किया।
बत्रा हृदय एवं मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल फरीदाबाद के हृदय रोग विशेषज्ञ एवं डायरेक्टर डॉ पंकज बत्रा ने बताया आधुनिक जीवन शैली हृदय रोग में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण है। देर से सोना और देर से उठाना, जीवन शैली में व्यायाम का ना होना, जंक फूड, तंबाकू गुटके का सेवन, मोटापा, धूम्रपान एवं मदिरा का सेवन, मोबाइल फोन का बढ़ता उपयोग, स्ट्रेस एवं तनाव , ब्लड प्रेशर एवं डायबिटीज का समय पर इलाज न होना, समय पर खाना ना खाना, एक जगह पर घंटे बैठे रहना कुछ ऐसे कारण है जिसकी वजह से हृदय रोग के मरीजों की संख्या भारत में निरंतर बढ़ती जा रही है।
डॉ पंकज बत्रा ने यह बताया कि यह बात ध्यान देने की है आधुनिक तकनीक एवं इलाज के नए-नए सुविधाओं के बावजूद हृदय रोग पूरे संसार में मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है। विश्व में 2019 में 1.8 करोड़ हृदय रोगों की मृत्यु का 58% मृत्यु एशिया के देशों में हुई
डॉ पंकज बत्रा ने बताया कि सीने का दर्द जो की बाहों में, जबड़े में या पीठ में फैल रहा हो, दिल का दौरा हो सकता है। कुछ मरीजों में यह दर्द दांत में भी जा सकता है। जरूर इस बात की है कि इन लक्षणों को नजर अंदाज न करें। तुरंत पास के अस्पताल में जाएं।
डॉ पंकज बत्रा ने आगे बताया कि क्योंकि हृदय रोग एक जीवन शैली से जुड़ी बीमारी है और यह बीमारी हमारी जीवन शैली के खराब होने की वजह से बढ़ रही है तो इसका उपचार भी इसी में छुपा है।उपचार के तौर पर हम नियमित रूप से व्यायाम करें। तंबाकू का इस्तेमाल किसी भी रूप में ना करें, समय पर सोए और मोबाइल फोन के उपयोग को सीमित करें। जंक फूड एवं तले भोजन से दूर रहे। समय-समय पर के लिए चेकअप करते रहे। ब्लड प्रेशर, डायबिटीज होने पर इसका इलाज करें एवं इसे कंट्रोल में रखें।
विश्व हृदय दिवस के उपलक्ष पर पत्रकार वार्ता में डॉक्टर पंकज बत्रा ने यह जानकारी दी की बत्रा हृदय एवं मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल फरीदाबाद में इसलिए 1 साल में 110 से ज्यादा मरीज जो इमरजेंसी में हार्ट अटैक एवं हृदय संबंधी रोगों से पीड़ित थे इन सभी का उपचार सफलतापूर्वक किया गया और सभी मरीज 0% मोर्टालिटी के साथ स्वस्थ है।