Faridabad NCR
चिरायु कार्ड के लिए लाभार्थी करें नजदीकी सीएससी सेंटर पर यथाशीघ्र आवेदन : डीसी विक्रम सिंह
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 18 जनवरी। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जिला फरीदाबाद में चिरायु कार्ड के लिए लाभार्थी नजदीकी सीएससी सेंटर पर यथाशीघ्र आवेदन करें।
डीसी विक्रम ने मुख्यमंत्री चिरायु हरियाणा योजना के तहत लाभार्थियों को आह्वान करते हुए कहा कि जिला में चिरायु कार्ड का टारगेट 457078 बनाने का है। जबकि अभी तक 204158 चिरायु कार्ड बनाए जा चुके हैं।
डीसी विक्रम ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार नए लाभार्थियों के चिरायु कार्ड बनाने का कार्य निरंतर जारी है।
उन्होंने आगे बताया कि बीएलओ के साथ तालमेल करके 40 स्वास्थ्य संस्थानों में एक स्थाई बूथ स्थापित किया गया है। जहां प्रतिदिन नये चिरायु कार्ड बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा लाभार्थियों की सुविधा के लिए जिला में 240 सीएससी केंद्र पर चिरायु कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। वहीं इस कार्य में आशा वर्कर उन सभी लाभार्थियों को उनके नजदीकी सीएससी सेंटर तक पहुंचाने का कार्य कर रही हैं। जिनके यहाँ स्वास्थ्य केंद्र उनके स्थाई पते से दूर है।
गरीबी रेखा से नीचे वाले लोगों के बनेंगे चिरायु हरियाणा के कार्ड:-
डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार पीपीपी के माध्यम से सरकार जनकल्याणकारी योजनाओं और परियोजनाओं तथा अन्य जन सुविधाओं को आमजन तक तेजी से पहुंचाने के लिए इस्तेमाल करती हैं।
चिरायु योजना के अलावा आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनने और गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों की सूचियों के माध्यम से जिला फरीदाबाद में जल्द से जल्द चिरायु हरियाणा योजना के कार्ड लोगों को प्रदान किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं इस कार्य की समीक्षा कर रहे है और कोताही बरतने वाले अधिकारी पर सख्त कार्यवाही की जा रही है। इसलिए सभी विभाग जल्द से जल्द इस कार्य को पूरा करके अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट तैयार करें। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर घर घर जाकर लाभार्थियों को उनके कार्ड वितरित करे इसके लिए आयुष्मान मित्र की मदद ले। गावों में सरपंचो के साथ मिलकर जिला स्वास्थ्य अधिकारी और उनकी टीमें जिन लोगों के चिरायु हरियाणा योजना के कार्ड नहीं बने उन लोगो को चिरायु कार्ड बनवाने के लिए जागरूक करें। सोशल मीडिया और रेडियो के माध्यम से अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करे। जिला के मेडिकल कालेज के छात्रों द्वारा लोगों को जागरूक कराए। इस कार्यक्रम के माध्यम से परिवार पहचान पत्र को प्राथमिकता दी जाएगी। लाभार्थी के पास परिवार पहचान पत्र का होना आवश्यक है।