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भोजपुरी गायिका कल्पना पटोवारी का कहना है मुझे “गंदी बात” गाने के लिए नहीं “गंगास्नान” जैसे गीत के लिए याद किया जाना चाहिए

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New Delhi Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : दुनिया की सबसे बड़े धार्मिक मेला महाकुंभ 2025 मैं गंगा स्नान की महिमा को देखते हुए सुप्रसिद्ध भोजपुरी गायिका कल्पना पटोवारी में अपना नया भोजपुरी अएल्बम “गंगास्नान” को दिल्ली के प्रेस क्लब में रिलीज किया। इस अवसर पर अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि जी महाराज एवं राष्ट्रीय नेता जयप्रकाश निषाद भी मौजूद थे कल्पना पटोवारी मूलत असम की रहने वाली है है लेकिन वह भोजपुरी में भी एक से बढ़कर एक गीत को गया है
छठ पर्व के अवसर पर इनके द्वारा गाए गए भोजपुरी गीतों ने बिहार वासियों का दिल ऐसा जीता कि उन्होंने इसे बिहार की बेटी मान लिया उसके बाद कल्पना ने भोजपुरी भाषा को ही अपना कर्म क्षेत्र मान लिया भोजपुरी में उन्होंने हर तरह के गाने गए हैं लेकिन “गंगास्नान” एल्बम उन सभी से अलग है इस बार उन्होंने साहित्य की तरफ रुख किया है और भोजपुरी के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर के गाने को अपनी आवाज दी है गंगास्नान गाना भिखारी ठाकुर के लिखे गीत है भिखारी ठाकुर के गाने बिहार में बहुत फेमस है भोजपुरी सुनने वाले और जानने वाले भिखारी ठाकुर को शेक्सपियर का दर्जा देते हैं कल्पना पटोवारी का कहना है उन्होंने हर तरह के गाने गए हैं उनके बहुत सारे गाने बहुत फेमस हुए हैं लेकिन कल्पना पटोवारी का मानना है कि मुझे उन गानों की वजह से नहीं बल्कि मुझे भिखारी ठाकुर के “गंगास्नान” गीत गाने के लिए याद किया जाए । उन्होंने बनाया कि शुरुआती दौर में उन्होंने भी पवन सिंह और बिहार के हर सिंगर के साथ हर तरह के गाने गए हैं लेकिन इस गाने के बाद उनका मानना है बिहारवासी भोजपुरी वाशी उन्हें जब याद करें तो भिखारी ठाकुर के लिखे “गंगास्नान” गीत गाने से याद करें गंगा की गंदगी पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा हम गंगा को अपनी मां मानते हैं मां चाहे जैसी भी हो हमारे लिए मां है और मां के गोद में हम कभी भी बैठ सकते हैं चाहे वह कितनी भी गंदी क्यों ना हो गंगा स्नान गाने के बारे मैं उन्होंने बताया कि इस गाने मैं संगीत लुईस बैंक्स ने दिया है इस गाने का वीडियो बनारस के मणिकर्णिका घाट पर सूट हुआ है माहाशमशान के नाम से जाने जाने वाले इस मणिकर्णिका घाट को अपने एल्बम में दिखाते हुए कल्पना पटोवारी ने एहसास करवाया है की गंगा स्नान से इंसान के सारे पाप धुल जाते हैं इसके अलावा उन्होंने इस गाने को अंतर्राष्ट्रीय बनाने की भी कोशिश की है उसकी वजह उन्होंने बताया कि जब वह बनारस पहुंची तो देखा की बहुत सारे विदेशी सनातन धर्म अपना कर बनारस में रह रहे हैं उन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए उन्होंने गीत के बीच में गिटार का भी प्रयोग किया है

“गंगास्नान” भोजपुरी संगीत इतिहास पर अब तक का एक अंतर्राष्ट्रीय सहयोगात्मक कार्य है, जो कई सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के कलाकारों को संगीत और दृष्टि से एक साथ लाता है। इसमें एक जैज़ ब्लूज़ पियानो परिचय है..और कल्पना पटोवारी की गायन प्रविष्टि है। पूरे गाने में सिंथ फिलर्स हैं जो लुइज बैंक्स की हस्ताक्षर शैली है जो गीनो बैंक्स द्वारा ड्रम सोलोस के साथ गंगा नदी का प्रतीक गति प्रदान करती है। और दिलशाद खान जैसे दिग्गजों द्वारा सारंगी। दूसरा संगीत कुश उपाध्याय और फ्रेंच हॉर्न के रॉक गिटार के साथ बहुत मजबूत गान है। यह एक शानदार निर्माण है… फिर जो बरुआ द्वारा अंग्रेजी में गाया गया पश्चिमी ब्लूज़ पॉप गायन और अंत में शेल्डन डी’सिल्वा के मजबूत बास भागों के साथ पियानो बैकिंग के साथ कल्पना पटोवारी गायन लुईस बैंक्स की एकल उड़ानों के साथ अप टेम्पो समापन है।

सांस्कृतिक केंद्र काशी और प्रयागराज के आसपास फिल्माई गई गंगास्नान का निर्देशन राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता समुज्जल कश्यप ने किया है।

संगीत में स्पेन के सेंटेंडर कैंटाब्रिया से सैंटी और डेनमार्क से सुरुष साचा शामिल हैं। इस परियोजना में स्वर्गीय रामाज्ञा राम भी शामिल हैं जो बिहार भारत के 115 वर्षीय प्रसिद्ध लोक कलाकार थे।
भिखारी ठाकुर द्वारा रचित इस गाने को भिखारी ठाकुर के साथ अरुणव डेका ने भी लिखा है।

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