Faridabad NCR
क्राइम ब्रांच बॉर्डर की बड़ी कामयाबी, कपड़ा फैक्ट्री से चोरी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर 15 लाख रुपए का सम्मान किया बरामद
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी क्राइम नरेंद्र कादयान के दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए क्राइम ब्रांच बॉर्डर प्रभारी सेठी मलिक की टीम ने चोरी के मामले में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर 15 लाख रुपए का सामान बरामद किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम यदुनंदन है जो बिहार के बेगूसराय जिला का रहने वाला है और फिलहाल दिल्ली में संगम विहार में रह रहा था। आरोपी ने बेगूसराय के रहने वाले अपने एक दोस्त के साथ मिलकर एक कपड़ा फैक्ट्री में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में शामिल दूसरे आरोपी की पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है और उसे जल्दी गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस को दी अपनी शिकायत में कपड़ा मालिक मोना आडवाणी ने बताया कि उसकी डीएलएफ इंडस्ट्रियल एरिया में विवो अपैरल्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी है जिसमें वह वर्ष 2003 से डायरेक्टर के पद पर काम कर रही है। उनकी कंपनी बच्चों के कपड़े बनाने का काम करती है और यह कपड़े बाहर एक्सपोर्ट किए जाते हैं। दिनांक 16/17 अप्रैल की रात आरोपियों ने उसकी फैक्ट्री से कपड़े के करीब 92-93 कार्टून चोरी कर लिए थे जिसमे कपड़े के करीब 7000 पीस थे जिनकी कीमत करीब 18 लाख रुपए है। इसके साथ ही आरोपी सीसीटीवी कैमरों को तोड़कर डीवीआर, टीवी, एलसीडी इत्यादि भी चोरी करके अपने साथ ले गए। पीड़ित की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ चोरी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले में जांच शुरू की गई। इस मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच बॉर्डर की टीम ने गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर आरोपी यदुनंदन को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को अदालत में पेश करके एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि इस मामले में शामिल उसका दोस्त परवेज आलम इस वारदात का मुख्य आरोपी है। परवेज आलम इस फैक्ट्री में पिछले 3-4 साल से क्वालिटी चेकर के तौर पर नौकरी कर रहा था। उसी ने फैक्ट्री में चोरी की वारदात का प्लान बनाया था। आरोपी ने बताया कि फैक्ट्री रात करीब 11:00 बजे बंद हो जाती है और फैक्ट्री की सुरक्षा के लिए कोई भी गार्ड तैनात नहीं किया गया था। सुरक्षा के लिहाज से फैक्ट्री में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे जिसका आरोपी परवेज को अच्छे से पता था। परवेज ने चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए एक नकली चाबी बनवा रखी थी। चोरी की रात परवेज पहले रात को फैक्ट्री आया और उसने कार्टून में सामान पैक करके गेट पर रख लिया और बाद में अपने साथी यदुनंदन को फोन करके किराए की गाड़ी लेकर बुलवाया। आरोपियों ने किराए की गाड़ी चलाने वाले चालक को यह कहकर बुलाया की उन्होंने कुछ सामान खरीदा है जिसे लेने के लिए उन्होंने गाड़ी चालक को किराया देकर फैक्ट्री पर बुलाया था। यदुनंदन गाड़ी लेकर फैक्ट्री में पहुंचा और प्लान के मुताबिक बाहर रखे हुए कार्टून को गाड़ी में भरकर परवेज द्वारा दिल्ली के अंबेडकर नगर में किराए पर लिए हुए कमरे पर सामान को पहुंचा दिया। पुलिस द्वारा आरोपी के कब्जे से 15 लाख रुपए की कीमत के 78 कार्टून बरामद किए गए हैं तथा आरोपी के मुताबिक बाकी के कार्टून के बारे में आरोपी परवेज को पता है। पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपी को अदालत में दोबारा पेश करके जेल भेज दिया गया है तथा वारदात में शामिल मुख्य आरोपी परवेज की पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है जिसे जल्द गिरफ्तार करके उसके कब्जे से बाकी का सामान भी बरामद किया जाएगा।