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Faridabad NCR

शूरवीर महाराणा प्रताप पराक्रम और शौर्य की प्रतिमूर्ति थे : मूलचंद शर्मा

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 03 जून। कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने गत सायं सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में 75 दिन चलने वाले आजादी का अमृत महोत्सव की शुरुआत सेक्टर-2 के ग्राउंड से दीप प्रज्वलन और वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती के उपलक्ष्य में उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके की गई वहीं गुब्बारों का गुच्छों को आसमान में छोड़ कर की गई ।

कार्यक्रम में हरियाणा के कलाकारों ने” जय राम मिले जंगल में भटके तो क्यों ने मिले …जय सर कट जाए पर देश की नाक न कटायेगे रे जैसे देश भक्ति गीतों से कार्यक्रम शुरू किया गया।

हरियाणा सरकार के परिवहन, खनन एवं कौशल विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि शूरवीर महाराणा प्रताप पराक्रम और शौर्य की प्रतिमूर्ति थे। उनके संघर्ष की गाथाएं हमारे लिए हमेशा हमेशा प्रेरणा स्त्रोत बनें रहेंगे। महाराणा प्रताप को उनकी जयंती पर नमन किया और कहा कि वह पराक्रम और शौर्य की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के साहस और संघर्ष की गाथा देश के नागरिकों को सदा प्रेरित करती रहेगी।

कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि महाराणा प्रताप ने उस समय मुगल साम्राज्य के खिलाफ बहादुरी से लम्बी लड़ाई लड़ी जब दूसरों ने तत्कालीन शासन के वर्चस्व को स्वीकार कर लिया था। लेकिन महाराणा प्रताप उनके सामने कभी नहीं झूके। उन्होंने कहा कि जब भी भारत के वीर सपूतों की बात की जाती है, तो उनमें महाराणा प्रताप का नाम जरूर लिया जाता है। महाराणा प्रताप के विचारों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा था कि जो इंसान अपने और अपने प्रियजनों के अलावा अपने देश के बारे में भी सोचता है, वही इंसान देश का सच्चा नागरिक होता है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप की विचारधारा यह थी कि जो मनुष्य अपने कर्तव्य और इस सृष्टि के कल्याण के लिए सदैव प्रयत्नरत रहता है, उस मनुष्य को युग युगांतर तक स्मरण रखा जाता है। अन्याय, अधर्म आदि का विनाश करना संपूर्ण मानव जाति का कर्तव्य है। महाराणा प्रताप सिंह ने कहा था कि अपने अच्छे समय में अपने कर्म से इतने विश्वास पात्र बना लो कि बुरा वक्त आने पर वो उसे भी अच्छा बना दे। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि देश के पहले स्वतंत्रता सेनानी कहे जाने वाले महाराणा प्रताप का जन्म सोलहवीं शताब्दी में राजस्थान में हुआ था।

इस मौके पर परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, अंतरराष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त, भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट, भाजपा जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, गंगाशंकर मिश्र, टिपर चंद शर्मा, अतिरिक्त नगर निगम कमिश्नर इंद्रजीत कुलेरिया सहित भाजपा के कार्यकर्ता और शहर वासी मौजूद रहे।

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