Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : विश्व पार्किंसंस दिवस के उपलक्ष्य में ग्रेटर फरीदाबाद स्थित सेक्टर 86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल में पार्किंसंस बीमारी को लेकर जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अस्पताल न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. रोहित गुप्ता ने की। सेमिनार में डॉक्टरों, मरीजों और उनके परिजनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि पार्किंसंस एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जो मस्तिष्क की गति नियंत्रण प्रणाली को प्रभावित करती है। इसके प्रमुख लक्षणों में हाथ-पैरों का कांपना, चाल में असंतुलन, मांसपेशियों की कठोरता और बोलने में परेशानी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि समय रहते अगर लक्षणों को पहचान लिया जाए, तो इलाज के जरिए मरीज को सामान्य जीवन जीने में सहायता मिल सकती है।
सेमिनार के दौरान डॉ. गुप्ता ने पार्किंसंस के इलाज में आ रही नई तकनीकों की जानकारी भी साझा की। उन्होंने बताया कि डीप ब्रेन स्टिमुलेशन (डीबीएस), बोटॉक्स थेरेपी, आधुनिक दवाइयां और फिजियोथेरेपी जैसे विकल्पों से मरीजों को काफी राहत मिल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इन तकनीकों का सही इस्तेमाल कर रोग की प्रगति को धीमा किया जा सकता है।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने डॉ. गुप्ता से पार्किंसंस से जुड़ी अपनी शंकाओं को साझा किया, जिनका समाधान उन्होंने सरल भाषा में दिया। डॉ. गुप्ता ने यह भी कहा कि समाज में इस बीमारी को लेकर कई भ्रांतियां फैली हुई हैं, जिन्हें दूर करना आवश्यक है।
सेमिनार का मुख्य उद्देश्य न केवल मरीजों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना था, बल्कि डॉक्टरों को भी आधुनिक इलाज की विधियों से अवगत कराया। मरीजों ने डॉक्टर से बीमारी को लेकर सवाल किए। जिनका डॉक्टर ने बखूबी जवाब किया।