Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 11 मई कहते हैं, इंसानियत का कोई मोल नहीं होता और संकट की घड़ी में जो एक-दूसरे का साथ दे, वही सच्चा इंसान है। ऐसा ही कुछ नजारा गांव नवादा में देखने को मिला, जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राकेश भड़ाना के सुपुत्रों आदित्य भड़ाना, दिव्यांक भड़ाना, हिमांशु भड़ाना व संचित भड़ाना ने ने अपनी जेबखर्ची के पैसे से गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद की और उनको राशन मुहैया कराया। लॉकडाउन के चलते आज बहुत से ऐसे परिवार मुश्किल हालातों से गुजर रहे हैं, जिनको खाने के लिए राशन नहीं है। ऐसे में इन युवा नौजवानों की सोच एवं इनके द्वारा किया गया कार्य बेमिसाल है। संकट की घड़ी में मानव सेवा की कसौटी पर खरा उतरते हुए राकेश भड़ाना के इन पुत्रों ने एक मिसाल पेश की है। बच्चों द्वारा किए गए इस कार्य से उत्साहित कांग्रेसी नेता राकेश भड़ाना जोकि स्वयं भी समाजसेवा में तल्लीन है और अब तक सैंकड़ों लोगों को राशन बांट चुके हैं का कहना है कि बच्चों के इस कदम से अत्यधिक प्रसन्न हूं। मुझे आशा है कि जिस प्रकार से उन्होंने अपनी सोच कायम की है, भविष्य में वो एक बेहतरीन मुकाम कायम करेंगे। अभी उनकी पढऩे-लिखने की उम्र है, मगर उसमें से भी कुछ पैसे बचाकर उन्होंने सेवा का जो कार्य किया है, वह उत्साहवर्धक है और मैं आशा करता हूं कि जीवन में इसी लक्ष्य एवं सोच के साथ वह कार्य करते रहेंगे।