Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 6 जुलाई पुलिस आयुक्त श्रीमान ओपी सिह ने अपने कार्यालय मे तीनों ज़ोन एवं ट्रैफ़िक के डीसीपी, एसीपी एवं एसएचओ से उनके क्षेत्र के अपराध एवं विधि-व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी ली और उन्हें निम्न दिशा निर्देश दिए:
कंटेन्मेंट ज़ोन के गाइड्लाइन का सख़्ती से पालन हो, सार्वजनिक स्थानों, परिवहनों एवं कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग एवं थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था हो, सार्वजनिक स्थान पर मास्क ना पहनने और थूकने वालों का चालान किया जाय।
फेक्टरियों में सोशल डिसटेंसिंग के नॉर्म का पालन हो, कांवड यात्रा पर प्रतिबंध के बारे में लोगों को अवगत कराया जाय और इसे रोका जाएँ। पुरानी रंजिश, जातिगत झगड़े, धरना-प्रदर्शन पर नज़र रखी जाए और विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सारे वांछित कदम उठाए जाएँ। अपराधों की रोकथाम पर ज़ोर दिया जाय। फ़रीदाबाद और इसके आसपास के ज़िलों में जेल से बाहर चल रहे सक्रिय हिंसक अपराधियों की पहचान कर उन्हें सलाख़ों के पीछे पहुँचाया जाएँ।
मानव एवं सम्पत्ति विरुद्ध लम्बित मामलों को समयबद्ध तरीक़े से निबटाया जाय, जघन्य अपराध के लम्बित गिरफ्तरियों को अंजाम दिया जाएँ। लोकल एवं स्पेशल लॉ में डिटेक्शन और रिकवरी के स्तर को ठीक किया जाएँ।
ड्यूटी के दौरान अधिकारी एवं पुलिसकर्मी वर्दी पहनें, अपना टर्नआउट ठीक रखें। अधिकारी अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के वेल्फ़ेयर का ख़्याल रखे। निजी और सार्वजनिक जीवन में सुचिता का पालन करें।
अथॉरिटी, ह्यूमिनटी और कमपीटेंस का अपना ध्येय बनाएँ। विधि द्वारा प्रदत्त अधिकारों का उपयोग निर्बल के बल और अबोध की बुद्धि बनने में करें। अपना आचार-विचार-व्यवहार ठीक रखें। अपने काम में दक्षता दिखाएँ। अपने इलाक़े के सम्भाल में सतत लगे रहें। लोगों को सुरक्षा का एहसास हो। पुलिस का लोगों से सरोकार-व्यवहार अच्छा हो।