Faridabad NCR
क्राइम ब्रांच 30 ने बैंक मैनेजर अपहरण मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर मैनेजर को आरोपियों के चंगुल से सकुशल छुड़वाया
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 30 प्रभारी इंस्पेक्टर नवीन की टीम ने फरीदाबाद के आदर्श नगर एरिया से अपहरण किए गए बैंक मैनेजर को आरोपियों के चंगुल से छुड़वाकर मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम भूपेंद्र(30) है जो पलवल के बडौली गांव का रहने वाला है। दिनांक 21/22 अप्रैल की रात को बल्लभगढ़ सेक्टर 62 एरिया से मकान में हथियारबन्द आरोपियों द्वारा सतीश नाम के व्यक्ति को बंधक बनाकर, सतीश की ही गाड़ी में जबरदस्ती डालकर अपहरण करके मथुरा ले गए और इसकी एवज में 50 लाख रुपए फिरौती मांगी थी। इस संबंध में आदर्श नगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपी जब सतीश के परिजनों से पैसे लेने के लिए आए तो क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी भूपेंद्र को काबू कर लिया। आरोपी भूपेंद्र ने पूछताछ पर बताया की वह करीब 4 महीने पहले सतीश के मकान में किराए पर रहता था। उसके बाद वह अपने बच्चो के साथ अपने गाव चला गया और उसके पास करने के लिए कोई काम नहीं था और उसे पैसों की आवश्यकता थी। आरोपी भूपेंद्र को सतीश के बारे मे पता था की सतीश बैक मैनेजर है। आरोपी भूपेंद्र जब सतीश के मकान में किराए पर रहता था तो उस समय सतीश महिंद्र एक्सयूवी इलेक्ट्रिक गाड़ी लेकर आया था और अक्सर उसी में बैंक आता जाता था सतीश की पत्नी भी दिल्ली में सरकारी नौकरी करती थी और घर पर बहुत कम आती जाती थी। सतीश का पिता भी सरकारी नौकरी करता है। सतीश का एक बेटा है जो सतीश की मां के पास ही अपने घर पर रहता है। सतीश का चार मजिला घर है और भूपेंद्र सतीश के सबसे नीचे वाले घर पर किराये के कमरा मे रहता था। आरोपी भूपेंद्र ने बताया कि करीब 10 महीने पहले जब वह बादशाहपुर पेट्रोल पंप पर काम करता था तो उसकी दोस्ती बादशाहपुर निवासी रविन्द्र से हुई थी। 18/19 अप्रैल 2024 की शाम भूपेंद्र ने रविन्द्र को फोन करके गुरुग्राम सैक्टर 56 की बती पर बुलाया। रविन्द्र से उसकी स्विफट कार मे बैठकर बात की जिसमें भूपेंद्र ने कहा कि मेरे पुर्व मे रहे मकान मालिक सतीश के पास बहुत पैसै है। यदि हम उसके घर पर जाकर उसे डरा धमकाएगे तो वह हमे 50 लाख रुपये दे देगा। उसके बाद रविन्द्र मेरी बात से सहमत हो गया। उसके बाद दोनों आरोपी रविन्द्र की कार मे बैठकर बल्लभगढ आ गये और सतीश की रेकी करने लगे। उसके बाद दोनों आरोपियों ने दो-तीन दिन कार मे ही करीब 7.30 बजे शाम के आसपास सतीश के घर की रेकी करने के लिए आते थे। आरोपी भूपेंद्र के पास बैग मे ही एक देशी कट्टा व एक हथौडी थी। दिनाक 21/22 की रात रविवार को आरोपी मुह पर कपड़ा बाधकर सतीश के पडोस वाले मकान से सतीश के घर में दाखिल हुए और हथियार के बल पर आरोपी सतीश को उसी की गाड़ी में डालकर ले गए। इसके बाद आरोपी उसे हिमाचल ले गए और वहां से उसे लेकर मथुरा पहुंचे। आरोपियों ने सतीश के परिजनों को फोन कर 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी और पैसे नहीं देने की आवाज में सतीश को जान से मारने की धमकी दी। आरोपियों की सतीश के परिजनों के साथ 5 लाख में सतीश को छोड़ने की बात हुई जिसमें आरोपियों ने सतीश के परिजनों से 1 लाख सतीश के खाते में डलवाए और सतीश के एटीएम का इस्तेमाल करके अलग-अलग स्थान से पैसे निकलवा लिए तथा चार लाख रुपए आज बल्लभगढ़ के केली बाईपास पर लेकर आने के लिए कहा। सतीश के परिजनों ने यह बात पुलिस को बताएं जिस पर पुलिस ने घेराबंदी की। सतीश की पत्नी जब पैसे लेकर पहुंची तो आरोपी भूपेंद्र किराए पर टैक्सी करके वहां पर पहुंचा तथा आरोपी रविंद्र मथुरा में सतीश के साथ था। भूपेंद्र जब जब पैसे लेने पहुंचा तो पुलिस ने उसे मौके से काबू कर लिया। आरोपी के कब्जे से 1 पिस्टल 1 देशी कट्टा 3 जिंदा कारतूस, 1 रस्सी, वारदात में प्रयोग एक गाड़ी तथा 4 लाख रुपए बरामद किए जो सतीश के परिजन आरोपी को दिए थे। आरोपी रविंद्र को जब पता चला कि भूपेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है तो वह मथुरा से फरार हो गया। इसके बाद क्राइम ब्रांच टीम द्वारा सतीश को सकुशल बरामद किया गया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि मामले में भूपेंद्र की पत्नी भी शामिल थी जिसकी जांच की जा रही है। पुलिस द्वारा आरोपी भूपेंद्र को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लेकर आरोपी रविंद्र व मामले में शामिल अन्य आरोपियों की जानकारी प्राप्त करके उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।