Faridabad NCR
बुजुर्ग महिलाओं को बातों में उलझाकर आभूषण लेने वाले आरोपी से क्राइम ब्रांच 30 ने 10 मुकदमों में रिमांड पर लेकर दो स्कूटी व एक मोटरसाइकिल सहित बरामद किए 3,42,000 रुपए
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी क्राइम मुकेश कुमार मल्होत्रा द्वारा धोखाधड़ी, चोरी तथा लूट जैसी वारदातों पर अंकुश लगाने के दिशा निर्देश तथा एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 30 प्रभारी सेठी मलिक की टीम ने एक शातिर ठग को भोले भाले नागरिकों को बातों में उलझाकर महंगे आभूषण उतारने के मामले में करीब एक सप्ताह पहले गिरफ्तार करके पुलिस रिमांड पर लिया था जिसमें पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी से 10 मुकदमों में बरामदगी की गई है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम शिवकुमार है जो छान्यसा गांव का रहने वाला है। क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी को काबू किया था। क्राइम ब्रांच 30 द्वारा मामले की जांच की जा रही है। आरोपी ने बताया कि ठगी से उतारे गए गहने उसने अलग-अलग जगह पर बेच दिए जिसकी जांच की जा रही है।आरोपी को 10 मुकदमों में गिरफ्तार करके पुलिस रिमांड पर लिया गया था जिसमें आरोपी के कब्जे से गहनों को बेचकर प्राप्त हुए पैसों में से ₹342000 बरामद किए गए हैं। इसके अलावा आरोपी के कब्जे से दो स्कूटी व एक मोटरसाइकिल भी बरामद की जा चुकी है। आरोपी इससे पहले भी इस प्रकार की कई वारदातों को अंजाम दे चुका है और कई बार जेल की हवा भी खा चुका है। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी बहुत ही शातिर ठग है जो किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी बातों में उलझाकर तुरंत उसे अपने विश्वास में लेने की कला रखता है। आरोपी अपने स्कूटी से बाजार में भीड़ भाड़ वाली जगह पर घूमता रहता है और बुजुर्ग राहगीरों को अपना शिकार बनाने की कोशिश करता है। इसके लिए वह उनके साथ बातचीत शुरू करता है और बातों ही बातों में उनसे इतना घुलमिल जाता है की वह बुजुर्गों के पहने हुए गहने तक उतरवा लेता है। आरोपी ने दिल्ली-एनसीआर में इस प्रकार की 100 से अधिक वारदातों को अंजाम दे रखा है जिसमें से 50 से अधिक वारदातें फरीदाबाद की शामिल है जिसकी अभी जांच की जा रही है।
आरोपी के खिलाफ फरीदाबाद के विभिन्न थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं जिनमें गहनता से जांच की जा रही है। आरोपी को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है। अन्य मामलों में आरोपी को फिर से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर रिमांड लिया जाएगा जिसमें अन्य मुकदमों में बरामदगी की जाएगी।