Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पुलिस आयुक्त फरीदाबाद विकाश अरोडा द्वारा शहर में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए वारदातों में संलिप्त अपराधियों की धरपकड़ के आदेश एवं पुलिस उपायुक्त एनआईटी नितीश अग्रवाल के निर्देश पर कार्यवाई करते हुए क्राइम ब्रांच सेक्टर-48 की टीम ने 27 नवम्बर को क्रेशर जोन के मुंशी के साथ हुई 4 लाख रुपए की लूट मामले में 2 अन्य आरोपियो रोहित तथा रूपेश को फरीदाबाद के आईएमटी पुल के पास से गिरफ्तार किया है। इससे पहले क्राइम ब्रांच द्वारा इस वारदात में शामिल दो आरोपी विमल तथा हितेश को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
आपको बता दें कि 27 नवम्बर की रात करीब 9 बजे क्रेसर जोन का मुंशी अपनी मोटरसाईकिल लेकर जब अनंगपुर पहुंचा तो वहां खडे एक लडके ने मुंशी के पिठू बैग पर हाथ मार कर बैंग खींच लिया जिससे मोटर साईकिल डगमगा कर गिर गई, मुंशी का पैर मोटरसाईकिल के निचे दब गया था। बैग छीनने वाले आरोपी ने अपने साथी के साथ मुंशी का रुपयों से भरा बैंग छिन लिया था। थोड़ी दूरी पर आगे खडी गाडी जिसमे 2 आरोपी मौजूद थे, बैग छिनने वाले दोनों आरोपीयो सहित रुपयो से भरा बैग लेकर फरार गए थे। वारदात की सूचना पर मुकदमा थाना सुरजकुंड में दर्ज किया गया है। सीसीटीवी फुटेज व विशेष सूत्रों की सूचना पर कार्रवाई करते हुए दिनांक 29 नवंबर को क्राइम ब्रांच सेक्टर-48 को 2 आरोपियो को पलवल से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उपरोक्त आरोपियो को गुप्त सूत्रों से प्राप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार करने में सफलता हासिंल की है। इससे पहले आरोपी विमल पहले भडाना क्रेसर जोन पर मुंशी का काम करता था जो किसी बात को लेकर उसको नौकरी से निकाल दिया था। आरोपी को पहले ही सभी जानकारी थी की कैसे पैसे ले जाए जाते है तो आरोपी विमल ने अपने साथी हितेश, रुपेश और रोहित के साथ मिल कर घटना को अंजाम दिया था। रुपेश और रोहित गाडी में सवार होकर ऋषिकेश उतराखंड चले गए है। आरोपी रोहित और रुपेश को आरोपियो के घर पर लगातार रैड की गई।
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पैसों के लालच में आकर आरोपी विमल तथा हितेश के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था।
आरोपियों के कब्जे से 1 लाख 84 हजार रुपए तथा वारदात में प्रयोग कार बरामद की गई है। इससे पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों से 1 लाख 89 हजार रुपए पहले ही बरामद किए जा चुके हैं।इस प्रकार आरोपियों के कब्जे से कुल 3 लाख 73 हजार रूपए बरामद किए जा चुके हैं। बाकी पैसे आरोपियों ने अय्याशी में खर्च कर दिए। पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।