Faridabad NCR
क्राइम ब्रांच सेंट्रल ने 30.80 लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में आरोपी को किया गिरफ्तार
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच सेंट्रल प्रभारी दीपक लोहान की टीम ने धोखाधड़ी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम राम सिंह(52) है जो राजस्थान के करौली का रहने वाला है। दिनांक 12 मार्च 2024 को बीपीटीपी थाने में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें शिकायतकर्ता हरवीन ने बताया कि उसकी सेक्टर 88 मार्केट में करियाणा की दुकान है। दुकान पर अक्सर राम सिंह सामान लेने आता था उसने अपने आप को एक्स आर्मी ऑफिसर बताया और आर्मी का आईडी कार्ड दिखाया तो उन्हें उस पर विश्वास हो गया। आरोपी राम सिंह ने बताया कि उसका साला कस्टम ऑफिसर है और वह ₹35000 प्रति तोले के हिसाब से सस्ते दामों पर सोना दिला सकता है। दुकानदार को लालच आ गया और उसने सोना लेने के लिए अपने रिश्तेदारों से पैसे लेकर 30.80 लाख रुपए जमा किए थे। 18 फरवरी को आरोपी अपनी इनोवा गाड़ी लेकर आया और दुकानदार और पैसों को लेकर टनकपुर के लिए निकल पड़ा। इसके पश्चात टनकपुर से 17 किलोमीटर पहले एक गुरुद्वारे के बाहर दुकानदार को उतारकर बोला कि वह आधे घंटे में सोना लेकर आएगा। दुकानदार ने काफी देर तक वहां इंतजार किया परंतु 2 घंटे तक भी जब वह नहीं आए तो उसने आरोपी को फोन किया लेकिन आरोपी ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था। दुकानदार को अपने साथ धोखाधड़ी का एहसास हुआ। आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके लिए टीम गठित की गई जिसमें क्राइम ब्रांच की टीम ने तकनीकी तथा गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर आरोपी को भोपाल से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के कब्जे से वारदात में प्रयोग इनोवा गाड़ी तथा 1.50 लाख रुपए बरामद किए गए। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी शातिर किस्म का ठग है जो कई जगह धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे चुका है। वर्ष 2010 में आरोपी ने अपने ही गांव के व्यक्ति के साथ नौकरी लगने के नाम पर करीब 8 लाख रुपए की ठगी की थी। इसके अलावा उसने दिल्ली में भी 4 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। दुकानदार से धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देने के पश्चात आरोपी पैसे लेकर जयपुर गया और वहां मुथूट फिनकॉर्प में अपनी पत्नी के रखे 10 लाख रुपए में गिरवी रखे गहने छुड़ाकर लाया आरोपी ने बताया कि उसने 2.85 लाख रुपए फिनकॉर्प फाइनेंस को 7.50 लाख रुपए अपने एक दोस्त टोनी तथा 3 लाख रुपए दूसरे दोस्त ओमवीर का उधर चुकाया तथा अपनी पत्नी को 1.70 लाख रुपए का फोन लाकर दिया। उसने 50 हजार रुपए के गाड़ी के टायर डलवाए। पुलिस द्वारा आरोपी को अदालत में पेश करके छः दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है जिसमें आरोपी के कब्जे से बाकी के पैसे तथा गहने बरामद किए जाएंगे।