Faridabad NCR
क्राइम ब्रांच ऊंचागांव ने हलवाई की दुकान से डेढ़ लाख रुपए चोरी करने के मामले में 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा के दिशा निर्देश तथा एसीपी क्राइम अमन यादव के मार्गदर्शन के तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच ऊंचागांव प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश में हलवाई की दुकान से चोरी करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सुरेंद्र(31) तथा जगदीश उर्फ बिट्टू(34) का नाम शामिल है। आरोपी सुरेंद्र तथा जगदीश दोनो यूपी के दनकौर जिले के निवासी है और चचेरे भाई हैं। आरोपी सुरेंद्र फरीदाबाद तिगांव में रह रहा था और मजदूरी का काम करता था वहीं आरोपी जगदीश टैक्सी चालक है। आरोपियों ने 16 सितंबर 2023 की रात चंदावली गांव के धर्मपाल नाम के हलवाई की दुकान का ताला तोड़कर आरोपियों ने डेढ़ लाख रुपए चोरी कर लिए थे जो क्राइम ब्रांच की टीम आरोपियों की धरपकड़ में लगी हुई थी जिन्होंने गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी सुरेंद्र को चोरी की मोटरसाइकिल सहित गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को अदालत में पेश करके दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने यह मोटरसाइकिल मुजेसर एरिया से चोरी की थी जिसका मुकदमा मुजेसर थाने में दर्ज है। पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह पिछले 4-5 साल से हलवाई की दुकान पर काम कर रहा था। कुछ समय पहले उसका पैसों के विवाद के चलते हवाई के साथ झगड़ा हो गया और 3 महीने पहले उसने हलवाई के पास से काम छोड़ दिया। 2 महीने पहले आरोपी का चचेरा भाई जगदीश आरोपी के पास आया जिसमें आरोपी सुरेंद्र ने उसे हलवाई के साथ हुए झगड़े के बारे में बताया जिसपर दोनों ने हलवाई के दुकान पर चोरी करने की योजना बनाई। आरोपी सुरेंद्र को पता था कि हलवाई पैसे कहां रखता है इसलिए वह अपनी टैक्सी लेकर दुकान पर आए और चोरी की वारदात को अंजाम देने के पश्चात फरार हो गए। क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी के साथी जगदीश को वृंदावन से गिरफ्तार कर लिया और वारदात में प्रयोग स्विफ्ट गाड़ी तथा 51 हजार रुपए बरामद किए। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सुरेंद्र के खिलाफ दनकौर जिले में लड़ाई झगड़े का एक मुकदमा दर्ज है तथा आरोपी जगदीश के खिलाफ बिहार में शराब तस्करी का एक मुकदमा दर्ज है। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।