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Faridabad NCR

साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने साइबर अपराध से बचाव के लिए नेहरू कॉलेज की करीब 300 छात्राओं को किया जागरूक

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : साइबर राहगीरी कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश व डीसीपी मुख्यालय व साइबर अभिषेक जोरवाल के मार्गदर्शन में साइबर थाना सेंट्रल प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेंद्र व दुर्गा शक्ति की टीम ने नेहरू कॉलेज में 300 से अधिक छात्राओं को साइबर अपराध से संबंधित जानकारियां देकर जागरूक किया।

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि हर महीने के पहले बुधवार को पूरे हरियाणा में साइबर राहगीरी कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिसके अंतर्गत पुलिस द्वारा छात्रों सहित आमजन को साइबर अपराध के बारे में जानकारी देकर इससे बचाव के बारे में जागरूक किया जाता है। इसी के तहत आज साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने नेहरू कॉलेज में छात्राओं को साइबर अपराधों के बारे में जानकारी दी जिसमें उन्होंने बताया कि आजकल वीडियो कॉल के माध्यम से भी बहुत से फ्रॉड हो रहे हैं जिसमें कोई महिला आपको वीडियो कॉल करके आपके साथ अश्लील बातें करती हैं और आपकी वीडियो रिकॉर्ड करके आपको ब्लैकमेल किया जाता है और इसकी एवज में आपसे पैसों की मांग की जाती है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के साइबर अपराधों से बचने के लिए आपको जागरूक होने की आवश्यकता है और यदि कोई भी महिला आपके साथ अश्लील बातें करती है तो समझ जाइए कि वह आपको साइबर अपराध का शिकार बनाना चाहती है। इसलिए इस प्रकार के साइबर अपराधों से खुद भी बचें और अपने साथियों का भी इससे बचाव करें। साइबर अपराध के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि आजकल साइबर अपराधियों ने ठगी के नए-नए रास्ते खोज लिए हैं जिसके तहत वह आमजन के बैंक खातों से उनकी खून पसीने की कमाई चुटकियों में उड़ा लेते हैं इसके लिए वह अलग-अलग माध्यमों का उपयोग करते हैं। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी किसी भी प्रकार से आपका बैंक अकाउंट, एटीएम कार्ड नंबर, क्रेडिट कार्ड नंबर, सीवीवी या मोबाइल ओटीपी पूछने का प्रयास करेंगे परंतु आप उनके साथ अपने बैंक अकाउंट क्रेडिट या डेबिट कार्ड से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी साझा करें। उन्होंने बताया कि जागरूक व्यक्ति साइबर अपराधियों को आसानी से पहचान सकता है और उनके झांसे में नहीं आता इसलिए आवश्यक है कि साइबर अपराध के प्रति जागरूक बने और अपने साथियों को भी इसकी जानकारी दें ताकि वह भी साइबर अपराध का शिकार होने से बच सकें। छात्राओं को साइबर अपराध हेल्पलाइन 1930 के बारे में जानकारी दी गई और बताया गया कि किसी भी प्रकार का साइबर फ्रॉड होने पर वह तुरंत इस नंबर पर संपर्क करें जिससे कि साइबर अपराधियों के खातों में गई राशि को तुरंत फ्रीज करवाकर वापिस पीड़ित के खाते में डलवाया जा सके। इसके साथ ही छात्राओं को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक रहने तथा अपने साथियों को भी इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

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