Faridabad NCR
साइबर थाना पुलिस टीम ने नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पुलिस आयुक्त फरीदाबाद श्री विकास कुमार अरोड़ा के आदेश पर कार्य करते हुए साइबर थाना प्रबंधक निरीक्षक बसंत कुमार के नेतृत्व में उनकी टीम ने दबिश देकर अलग-अलग राज्यों से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियो की पहचान जुल्फिकर गाँव रसूलपुर पोस्ट बाबूगढ़ हापुड़ उत्तर प्रदेश, इमरान गाँव छछाऊ दातागंज बदायु उत्तर प्रदेश हाल जहांगीरपुरी दिल्ली और आसिफ निवासी गाँव निहाल विहार दिल्ली के रहने वाले है।
पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी जुल्फिकार और आसिफ को निहाल विहार दिल्ली से 12 नवम्बर को तथा आरोपी इमरान को 13 नवम्बर को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया है। आरोपी 3 दिन की पुलिस रिमांड पर थे आरोपियो ने इंद्रा इन्कलेव सेक्टर 21 डी फरीदाबाद के रहने वाले दिगविजय सिंह एस्कोर्ट सर्विस कॉल बॉय की जॉब दिलाने के नाम पर खातो में विभिन्न शुल्कों के नाम पर करीब 1,49,800 रुपये धोखाधडी से ठगने के बारे साइबर थाना में प्राप्त हुई जिस पर थाना साईबर टीम ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी। साइबर पुलिस टीम ने घटना का खुलासा करते हुए दिगविजय सिंह के साथ हुई ठगी में प्रयुक्त मोबाईल पर हुई अलग-अलग मोबाईलों से बात की जांच की जिनके बारे में सभी के बारे में जानकारी ली गई। निरीक्षक बसंत कुमार प्रबंधक थाना साइबर फरीदाबाद के नेतृत्व में साइबर पुलिस टीम ने टेक्नोलॉजी की मदद और कडी मेहनत से आरोपी जुल्फिकार और आसिफ को निहाल विहार दिल्ली से, इमरान को फरीदाबाद से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
साइबर थाना प्रबंधक ने बताया कि लोगो को ठगने के लिए आरोपी लोगो के पास फ़ोन करके उनको नौकरी दिलवाने के नाम पर कॉल करते व उनके बारे में सभी निजी जानकारियां लेकर उनको नौकरी दिलाने का लालच दिखाकर उनको अपने जाल में फंसा कर अपने खातों में पैसे डलवा लेते थे। आरोपियो ने पूछताछ में बताया कि उनके द्वारा पूरे भारतवर्ष में काफी वारदातों को अंजाम दिया है। जिनके बारे में आरोपियो ने खुलासा किया है जो संबधित सभी पुलिस थानो को सूचित किया जा चुका है। जांच में पता चला है कि आरोपियो के फर्जी बैंक खाते में पिछले 1 साल में करीबन 30-35 लाख रूपये का लेन देन पाया गया है। आरोपियो का आज पुलिस रिमांड पूरा होने पर पेश अदालत कर जेल भेज दिया गया है।