Faridabad NCR
साइबर ठग, सरकारी साइट बना फर्जी ई चालान का लिंक भेज चालान का भुगतान करने के नाम पर कर रहे ठगी, रहे सावधान
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 25 अगस्त, साइबर ठग आजकल ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए फर्जी ई चालान व परिवहन विभाग की सरकारी वेबसाइट की हूबहू नकल बनाकर आमजन के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। वाहन चालक जागरूक होकर इस प्रकार की धोखाधड़ी से अपना बचाव कर सकते हैं जिसके लिए फरीदाबाद पुलिस ने कुछ गाइडलाइन जारी की है।
डीसीपी मुख्यालय एवं साइबर अपराध श्री हेमेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि साइबर ठग अब ई-चालान भुगतान के बढते ट्रेंड को हथियार बनाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि फोन पर ई-चालान का संदेश आने पर जल्दबाजी कर भुगतान ना करें। संदेश की जांच करें वरना जल्दबाजी के चक्कर मै बैंक खाता खाली भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि साइबर ठग इस तरीके से हूबहू नकली संदेश तैयार करते है जहां साइबर ठग भुगतान करने के लिये संदेश मे नीचे एक फर्जी लिंक भेजते हैं। इस प्रकार साइबर ठग हूबहू मैसेज तैयार कर लेते हैं, जिसमें लिखा हुआ आता है कि आपका चालान कट गया है और आप इस लिंक पर क्लिक कर चालान भर सकते है।
ऐसे करें असली और नकली मैसेज की पहचान
ई-चालान के असली मैसेज में आपके वाहन के इंजन नंबर, चेसिस नम्बर सहित अन्य जानकारी शामिल होती है। वहीं चालान कटने मे लिंक में सरकारी साइड का एड्रेस https://echallan.parivahan.gov.in/ आता है। अब ठग चालाकी के साथ हूबहू सरकारी मैसेज में लिंक में मामूली सा अंतर कर देते हैं। जिसे थोड़ी सी सतर्कता से पहचाना जा सकता है। ठग की तरफ से आने वाले मैसेज में https://echallan.parivahan.in/ का लिंक होता जिसके अंत में .gov हटा दिया जाता है। असली लिंक में gov.in. जरूर होगा।
साइबर ठग इस प्रकार देते हैं धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम
साइबर ठग की तरफ से आने वाले लिंक पर क्लिक कर भुगतान की कोशिश मे धोखाधड़ी हो रही है। जैसे ही कोई भी वाहन मालिक चालान भरने के लिये लिंक पर क्लिक कर बैंक अकाउंट डिटेल या डेबिड-क्रेडिट कार्ड की जानकारी डालता है। वैसे ही हैकर्स सबसे पहले उसके फोन को हैक करते हैं। थोड़ी देर तक फोन को अपने कंट्रोल में रखकर बैंक खाता या डेबिट-क्रेडिट का पूरा बैलेंस साफ कर देते हैं। डीसीपी ने आगे बताया कि ई-चालान के असली मैसेज में आपके वाहन के इंजन नंबर, चेसिस नम्बर सहित अन्य जानकारी शामिल होती है जबकि फर्जी मैसेज मे यह जानकारी नही होती। इसके साथ कभी भी ई-चालान का मैसेज किसी भी मोबाइल नम्बर से नही आता है। जिस लिंक को खोलकर चालान का भुगतान कर रहे है, उस वेबसाइट का लिंक .gov.in पर खत्म होना चहिए। वहीं ई-चालान का मैसेज आने पर साइट पर जाकर भी जांच कर सकते है।
धोखाधड़ी होने पर किस प्रकार करें शिकायत
पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने बताया कि अगर आपके साथ किसी भी प्रकार की ऑनलाइन ठगी हो जाती है तुरंत नेशनल साइबर कंप्लेंट पोर्टल नंबर 1930 पर कॉल करें और www.cybercrime.gov.in पर आनलाईन शिकायत दर्ज कराये। ठगी होने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 डायल 112 पर या कंप्लेंट पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाने पर आपके खाते से निकले हुए पैसे की ट्रांजैक्शन को रोका जा सकता है । इसके अलावा नजदीक पुलिस स्टेशन में जाकर साइबर हेल्प डेस्क या साइबर थाने से मदद ली जा सकती है।