Faridabad NCR
डीसीपी बल्लबगढ़ जयबीर राठी ने बैंक सुरक्षा और लोगो से होने वाली ठगी के बचाब के लिए अपने कार्यलय में बैंक मैनेजरो से मीटिंग कर दिए आवश्यक निर्देश
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 19 अपैल, डीसीपी बल्लबगढ़ ने अपने कार्यालय में एडवांस टेक्नोलॉजी, डिजिटल पेमेंट साईबर फ्रॉड और बैंक व एटीएम में आए ग्राहकों से मदद के नाम पर ठगी करने वाले से बचने के उपायों के सम्बन्ध में मीटिंग का आयोजन किया गया था ।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि व्यक्तियों से होने वाले साईबर फ्रॉड से बचने के उपायो के बारे मे मीटिंग ली गई। जिसमें प्रत्येक बैंक के परिसर और एटीमों को सीसीटीवी कैमरों से कवर करने वाली स्क्रीन लगी होनी चाहिए। ऐसे स्थान पर लगाएं जहां से प्रत्येक व्यक्ति पर नज़र रखी जा सके। सीसीटीवी कैमरे को इस तरह से फोकस करें कि एंट्री प्वाइंट, जमा व निकासी काउंटर के अलावा वेटिंग एरिया में अनावश्यक रूप से बैठे लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जाए। बैंक के द्वार बैंक सुरक्षा में लगाए गए गार्ड के पास हथियार डिटेक्टर मशीन के साथ पुलिस कन्ट्रोल रुम नम्बर-112 और संमन्धित थाना के एसएचओ और थाना का फोन नम्बर होना चाहिए।
बैंक मैनेजर बैंक के अंदर अपने ग्राहकों की पैसे की सुरक्षा को सुनिश्चित करें और गार्डों को समय-समय पर ब्रीफ करते रहे कि बैंक में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर निगरानी रखें। अगर कोई व्यक्ति बैंक में बीना कारण घूमता दिखाइ दे तो उसे बैंक में आने का कारण पूछे अगर वह उचित कारण नही बता पाता है तो थाना पुलिस को सूचित करे। उस व्यक्ति को पुलिस के हवाले करे। बैंक मैनेजरों को बताया की बैंक में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की तलाश करे। कोई हथियार के साथ बैंक में प्रवेश ना करे। बैंक में प्रवेश के समय प्रत्येक व्यक्ति मास्क हटाकर प्रवेश करे फिर मास्क लगाए ताकि सीसीटीवी कैमरे में उसकी पूर्ण फोटो आ सके।
यदि कोई भी व्यक्ति आपको फोन करके वैक्सीन के नाम पर आपके बैंक खातों , क्रेडिट या डेबिट कार्ड संबंधित कोई भी जानकारी मांगता है तो तुरंत कॉल को डिस्कनेक्ट कर दें और इसकी शिकायत साइबर क्राइम से संबंधित वेबसाइट cybercrime.gov.in पर करें और साइबर फ्रॉड हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें। साइबर अपराधों से बचने का सिर्फ एक ही तरीका है और वो है इसके प्रति जागरूक होना। साइबर अपराधों के प्रति जागरूक होकर आप अपने साथ-साथ अपने साथियों को भी साइबर अपराध का शिकार होने से बचा सकते हैं।
प्रत्येक बैंक में इमरजेंसी अलार्मा होना चाहिए ताकि जरुरत पडने पर उसका प्रयोग किया जा सके। प्रत्येक बैंक कर्मचारियों के पास पुलिस कन्ट्रोल रुम नम्बर-112 और सम्बंधित थाना के एसएचओ और थाना का नम्बर होना चाहिए। एटीएम पर उपस्थित सुरक्षा गार्डों को बताया कि एटीएम मशिन पर एक समय में एक व्यक्ति होना चाहिए। एटीएम मशिन की सुरक्षा में लागा सीसीटीवी कैमरा प्रॉपर रुप से काम करना चाहिए।