Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : आपको बताते चलें कि आरोपी चंद्र प्रकाश, धीगंडा कल शाम अपनी एक शिकायत के लिए डीसीपी एनआईटी ऑफिस में मिठाई के साथ ऑफिस पहुंचा था।
डीसीपी महोदय के पास उनके रिडर सब इंस्पेक्टर सतीश और कंप्लेंट क्लर्क एएसआई कृष्ण जरूरी डाक निकलवा रहे थे।
गेट पर खड़े एसपीओ और गनमैन ने आरोपी को मिठाई के डिब्बे सहित अंदर जाने से रोका, तब तक आरोपी अंदर घुसकर डीसीपी साहब की मेज पर मिठाई के डिब्बे रख दिए और डीसीपी साहब को कहा, सर यह आपके लिए मिठाई है और इस छोटे डिब्बे को आप बाद में खोलना।
डीसीपी साहब डॉक्टर अर्पित जैन को आरोपी ने कहा कि मैं हाईकोर्ट से केस जीत गया हूं और मुझे आपकी मदद की जरूरत पड़ेगी। इसलिए मैं आपसे मिलने आया हूं।
डीसीपी साहब को आरोपी की बातों से शक हुआ तो डीसीपी साहब ने रीडर को डिब्बा खोलने के लिए कहा, रिडर ने डिब्बे खोले तो एक डिब्बे में मिठाई निकली और दुसरे में ₹20000 थे।
डॉक्टर अर्पित जैन डीसीपी साहब ने तुरंत आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। आरोपी को गनमैन व एसपीओ की मदद से मौके पर ही काबू किया
एसीपी एनआईटी को आरोपी के खिलाफ रिश्वत देने के जुर्म में कार्रवाई करने को कहा।
एसीपी एनआईटी श्री गजेन्द्र ने आरोपी के खिलाफ रिश्वत देने की जूर्म के तहत कानूनी कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ थाना NIT मे FIR दर्ज कर, गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि केस की तफ्तीश एसीपी श्री गजेंद्र सिंह कर रहे हैं। आरोपी चंद्र प्रकाश धीगड़ा, निवासी एनआईटी नजदीक बीके हॉस्पिटल को, आवश्यक कानूनी कार्रवाई करते हुए देर रात कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।