Faridabad NCR
सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल की डीब्रीफिंग बैठक आयोजित, उपायुक्त विक्रम सिंह और पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता ने तैयारियों की समीक्षा की

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 09 मई। उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह और पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में आज लघु सचिवालय के सभागार कक्ष में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल की डीब्रीफिंग बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी, सिविल डिफेंस कर्मी, आपदा प्रबंधन से जुड़े प्रतिनिधि तथा जिला प्रशासन के अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य हाल ही में आयोजित सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल के दौरान एकत्रित जानकारियों, अनुभवों और चुनौतियों का विश्लेषण करना तथा भविष्य में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रशासनिक, तकनीकी एवं मानवीय संसाधनों की तैयारियों का मूल्यांकन करना था।
अफवाहों से बचें, आर्म्ड फोर्स की मूवमेंट की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा न करें
पुलिस कमिश्नर सतेंद्र कुमार गुप्ता ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सशस्त्र बलों (आर्म्ड फोर्सेस) की मूवमेंट या गतिविधियों से जुड़ी किसी भी जानकारी को सोशल मीडिया या सार्वजनिक मंचों पर साझा करने से बचें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारियों का किसी भी माध्यम से प्रसार न केवल गैर-जिम्मेदाराना कृत्य है, बल्कि यह देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा भी उत्पन्न कर सकता है। उन्होंने सभी नागरिकों, विशेषकर युवाओं से आग्रह किया कि वे सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करने से पहले उसकी सत्यता, संवेदनशीलता और संभावित प्रभावों पर विचार करें। किसी भी संदेहास्पद व्यक्ति, गतिविधि या सूचना को तुरंत संबंधित सुरक्षा एजेंसी या प्रशासन को सूचित करें।
डीसी विक्रम सिंह ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल न केवल आपदा प्रबंधन की क्षमताओं को परखने का एक प्रभावी माध्यम है, बल्कि यह नागरिकों को जागरूक करने और आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए तैयार रखने का एक सशक्त उपकरण भी है। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करना और वास्तविक परिस्थितियों में बेहतर ढंग से कार्य करने की रणनीतियों को विकसित करना है। डीसी ने मॉक ड्रिल के दौरान देखी गई कमियों और सुधार के बिंदुओं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया।डीसी ने कहा कि वार्ड स्तर पर और पंचायत स्तर तक हूटर या (सायरन) के जरिए आपातकाल जैसी स्थिति की जानकारी का अलर्ट पहुंचाने सम्बंधित तैयारियों को पूरा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे प्राप्त सुझावों के आधार पर अपनी आपदा प्रबंधन योजनाओं में आवश्यक संशोधन करें और कर्मचारियों को नियमित रूप से प्रशिक्षित करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि मॉक ड्रिल के दौरान त्वरित चिकित्सा सहायता के लिए एंबुलेंस और प्राथमिक उपचार दल तत्पर रहे और निर्धारित समय पर मौके पर पहुंचे।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपातकालीन परिस्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु स्कूल, कॉलेज और अस्पतालों में सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए ट्रेनिंग देना सुनिश्चित की जाए। सभी शैक्षणिक संस्थानों और स्वास्थ्य केंद्रों में अग्निशमन, भूकंप, बाढ़ अथवा अन्य आपदाओं से निपटने के लिए फिजिकल ड्रिल्स और व्यवहारिक प्रशिक्षण दिए जाएंगे। इसके साथ ही अस्पतालों में मेडिकल स्टाफ को आपात चिकित्सा सेवाओं, प्राथमिक उपचार और त्वरित प्रतिक्रिया संबंधी जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में सब कुछ सामान्य है, लेकिन हम हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
लोगों से अपील अफवाहों से बचें आधिकारिक सूचनाओं पर ही करें भरोसा
डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि आपातकालीन स्थिति में जरूरी है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दे और आधिकारिक पुष्टि के बाद ही किसी सूचना पर भरोसा जताए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में बहुत तेजी से सूचनाएं आप तक पहुंच सकती है लेकिन लोग यह सुनिश्चित करे कि सूचना का स्तोत्र आधिकारिक व विश्वसनीय हो। इस से सही समय पर जरूरतमंद तक तथ्यपरक जानकारी पहुंचाने में मदद मिलती है और सम्बंधित की सहायता की जा सकती है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से लोगों से यह अपील की।
बैठक में एडीसी साहिल गुप्ता, सीईओ जिला परिषद् सतबीर मान, एसडीएम फरीदाबाद शिखा, एसडीएम बल्लभगढ़ मयंक भारद्वाज, डीसीपी उषा कुंडू, डीसीपी अभिषेक जोरवाल, सीटीएम अंकित कुमार सहित सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।