Faridabad NCR
एनएचएआई, एफएमडीए, एमसीएफ़ तथा स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करके बरसात के पानी की निकासी को व्यवस्थित करने के लिए तैयार की रूपरेखा
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने यातायात निर्बाध संचालन के संबंध में एफएमडीए, एमसीएफ, स्मार्टसिटी व एनएचएआई के अधिकारियों के साथ आयोजित की गई मीटिंग में बरसात के समय जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए विशेष व्यवस्था करने की रूपरेखा तैयार करके शहर वासियों को इससे निजात दिलाने की दिशा में अहम सुझाव दिए।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि बरसात के समय फरीदाबाद में बहुत से स्थानों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है जिससे ट्रैफिक जाम लग जाता है और शहर वासियों को आवागमन में बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बरसात के समय में अंडरपास व मुख्य जलमार्ग पानी से लबालब भर जाते हैं जिससे रास्ते अवरुद्ध हो जाते हैं। इसके लिए यात्रियों को अन्य संकरे मार्गों से गुजरना पड़ता है जहां पर बहुत बड़े-बड़े गड्ढे सड़कों पर मौजूद होते हैं और वाहन उसमें टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। इसी स्थिति से निपटने के लिए यातायात निर्बाध संचालन के संबंध में एफएमडीए, स्मार्ट सिटी तथा एनएचएआई के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई जिसमें सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित करके इस समस्या का समाधान ढूंढने के लिए रूपरेखा तैयार की गई। इस बैठक में एनएचपीसी रेलवे अंडरपास, मेवला महाराजपुर व ओल्ड फरीदाबाद अंडरपास, विजय सेल्स, बड़खल चौक, मैगपाई, अजरौंदा, बाटा चौक, वाईएमसीए, गुड ईयर, सोहना चौक, बल्लभगढ़ बस स्टैंड, जेसीबी चौक, सेक्टर 58 चौक, झाड़सेटली, सीकरी चौक, 25/55 चौक व प्याली से हार्डवेयर रोड सहित 18 स्थानों को चिन्हित किया गया जहां पर बारिश के समय में बहुत अधिक जलभराव होता है और इससे आमजन को बहुत सारी सुविधाओं का सामना करना पड़ता है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि बारिश के मौसम में यातायात को सुचारू रूप से चलाना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि मुख्य मार्ग जलभराव से जूझते हैं और अन्य मार्गों पर बहुत अधिक गड्ढे होते हैं जिससे सड़क दुर्घटनाएं घटित होती हैं। इसलिए आवश्यक है कि जलभराव की स्थिति से जल्द से जल्द निजात पाई जाए। इसके लिए डीसीपी ट्रैफिक नितिश अग्रवाल ने एमसीएफ, एनएचएआई और संबंधित विभागों को पत्र भी लिखा गया है। एमसीएफ, स्मार्ट सिटी, एफएमडीए तथा एनएचएआई के अधिकारियों ने इस प्रकार की स्थिति से को सुधारने के बारे में सुझाव दिए तथा उपरोक्त समस्या का समय पर हल करने का भरोसा दिलाया।