Faridabad NCR
धनेश अद्लक्खा पर लगे आरोप निराधार : मंगला
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : हरियाणा फॉर्मसी काउंसिल के चेयरमैन धनेश अद्लक्खा के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने का मामला फरीदाबाद ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा के फॉर्मासिस्टों के बीच गरमाया हुआ है। इस संदर्भ में सभी फॉर्मासिस्ट अपनी अपनी राय रख रहे हैं। हालांकि यह राय सभी की व्यक्तिगत तौर पर है लेकिन चेयरमैन धनेश अद्लक्खा के खिलाफ यह राय आरोपों से काफी भिन्न नजर आ रही है। फॉर्मासिस्टों के अनुसार आनलाइन प्रकिया के दौरान रिश्वत लेने जैसे मामलों में सच्चाई दिखती नजर नहीं आती। यदि आपके डाक्यूमेंट्स पूरे हैं तो आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ती।
क्या कहते हैं एसोसिएशन के प्रधान
जिला फॉर्मासिस्ट एंड ड्गिस्ट एसोसिएशन के प्रधान श्रीचंद मंगला ने कहा कि वह 1965 से काम कर रहे हैं और इस समय जिला एसोसिएशन के प्रधान भी हैं लेकिन उनके पास अभी तक कोई भी ऐसी शिकायत नहीं आई जिसमें हरियाणा फार्मसी काउंसिल के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा रिश्वत लेने की बात की हो। उन्होंने कहा कि अब तो वैसे भी सारा प्रोसेस आनलाइन हो गया है जिसके चलते आनलाइन ही अप्लाई करना होता है और यदि डाक्यूमेंट्स पूरे हैं तो रजिस्ट्रेशन होकर अपने आप आ जाता है। समय जरूर लग सकता है लेकिन किसी भी प्रकार की रिश्वत लेने या देने जैसी बातें बिल्कुल निराधार हैं। उन्होंने हाल ही में विजिलेंस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में हरियाणा फॉर्मसी काउंसिल के चेयरमैन धनेश अद्लक्खा के बारे में बताते हुए कहा कि वह धनेश अद्लक्खा को जानते हैं और उन्हें नहीं लगता कि वह इस रिश्वत लेने जैसे मामलों में संलिप्त हो सकते हैं।
क्या कहते हैं फार्मासिस्ट
जब इस बारे में एनआईटी एक नंबर स्थित हरियाणा मेडिकल स्टोर के संचालक कुनाल लूथरा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जब से कोराना शुरू हुआ है तब से रजिस्ट्रेशन की प्रकिया आॅनलाइन कर दी गई है। आवेदक को आनलाइन ही अप्लाई करना होता है, इसके लिए कहीं जाने की आवश्यकता ही नहीं है तो ऐसे में रिश्वत जैसी बातें निराधार सी लगती है। आरोप लगने में और दोषी होने में जमीन आसमान का फर्क होता है। उन्होंने धनेश अद्लक्खा के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्हें वह व्यक्तिगत तौर पर भी जानते हैं लेकिन जो अब उनके ऊपर आरोप लग रहे हैं, उनमें उन्हें सत्यता नजर नहीं आती। उन्होंने कहा कि रिश्वत लेते हुए दलाल पकड़ा गया है न कि चेयरमैन धनेश अद्लक्खा। किसी के द्वारा सिर्फ कह देने से कोई दोषी नहीं बन जाता। जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि धनेश अद्लक्खा पर सिर्फ आरोप लगे हैं और उन्हें पूरा यकीन है कि सभी आरोप गलत साबित होंगे।