Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 21 मई। कृषि विकास अधिकारी, फरीदाबाद श्याम सुन्दर ने बताया है कि धान की बिजाई का समय आ रहा है। जिसमें किसान पारम्परिक विधि से धान की पौध तैयार करके आगामी 15 जून से धान की रोपाई खेत में करते हैं। जबकि इस समय तापमान अधिक होने के कारण पानी का अत्याधिक वाष्पीकरण होने से पानी की खपत बहुत ज्यादा होती है। इसके अतिरिक्त धान की रोपाई करने में श्रम भी अधिक लगता है। जिससे धान की खेती पर होने वाले खर्च में वृद्धि होती है। इस खर्च को कम करने के लिये किसान धान की सीधी बिजाई डीएसआर यन्त्र द्वारा कर सकते हैं। जिससे नीचे गिरते भू-जल स्तर को भी बचाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इस विधि में तर-बतर खेत में धान की सीधी बिजाई की जाती है। जून माह का पहला पखवाड़ा सीधी बिजाई के लिये उपयुक्त है व पहला पानी बिजाई के लगभग 21 दिन बाद लगाया जाता है। इस विधि से बिजाई करने में 15 से 20 प्रतिशत तक पानी की बचत होती है, खरपतवारों की समस्या कम होती है व जड़ें गहरी चले जाने के कारण लौह तत्व की समस्या बहुत कम आती है। इसके लिये किसान सीधी बिजाई रेतिली जमीनों में न करें व केवल उन्ही खेतों में करें जिसमें किसान पहले से ही धान की फसल ले रहें हैं। जहा एक ओर धान की सीधी बिजाई वाली फसल में धान की पैदावार रोपाई करके लगाई गई धान की फसल के बराबर होती है। वहीं दुसरी ओर 7 से 10 दिन पहले पक कर तैयार हो जाती है। जिस कारण धान की पराली सम्भालने व कनक की बिजाई करने के लिये अधिक समय मिल जाता है। इस कृषि यन्त्र को खरीदने पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा समय-समय पर अनुदान उपलब्ध करवाया जाता रहा है। अधिक जानकारी के लिये सम्बंधित व्यक्ति कृषि विकास अधिकारी, फरीदाबाद श्याम सुन्दर के दुरभाष न0- 9416़512995 पर संम्पर्क कर सकते हैं।